Karva Chauth Niyam : करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान करना होता है. इस ब्रह्म मुहूर्त को हमारे शास्त्रों में भी सबसे शुभ बताया गया है. व्रती महिलाओं के इस समय स्नान करने से मानसिक शक्ति मिलती है. साथ ही ब्रह्म मुहूर्त में उठने से वैवाहिक सुख भी बना रहता है. 

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करवा चौथ के दिन जो सुहागिन व्रती महिलाएं नियमों का पालन कर व्रत संकल्प लेती हैं उन्हे भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद जरूर मिलता है. स्नान के बाद महिलाओं को करवा माता की पूजा करनी चाहिए ताकि पति पर करवा माता का आशीर्वाद बना रहें.


पूजा के बाद पति की दीर्घायु की कामना करते हुए व्रत करना चाहिए और व्रत संकल्प मंत्र का जप करना चाहिए -


मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।
ॐ श्रीम गम सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥

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माता पार्वती मंत्र 
नमः शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभाम्‌। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे॥


करवा दान  मंत्र 
करकं क्षीरसम्पूर्णा तोयपूर्णमथापि वा। ददामि रत्नसंयुक्तं चिरञ्जीवतु मे पतिः॥


महादेव मंत्र 
'ऊँ अमृतांदाय विदमहे कलारूपाय धीमहि तत्रो सोम: प्रचोदयात' 
'ॐ षण्मुखाय नमः


चंद्रमा मंत्र 
'देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।'

(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)