Pitru Paksha 2024: धरती पर आ रहे हैं पितृ, भूलकर भी श्राद्ध में न करें ये 4 काम, नाराज हो सकते हैं आपके पूर्वज
Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष, जो हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है. अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने और उनकी आत्माओं को शांति प्रदान करने का समय है. यह अवधि 13 सितंबर से 28 सितंबर तक मनाई जाती है और इसे पितृ पक्ष या श्राद्ध कहा जाता है. पितृ पक्ष में लोगों को कुछ बातों का ख़ास ख्याल अखन होता है. इन दिनों थोड़ी सी भी चुक से आपके पितृ आपसे नाराज हो सकते हैं, तो आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि पितृ पक्ष के दौरान किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए.
ब्राह्मणों को भोजन और दान दिया जाता है
श्राद्ध के दौरान ब्राह्मणों को भोजन और दान दिया जाता है, जो एक पवित्र कार्य माना जाता है. यह कार्य पूर्वजों की आत्माओं को प्रसन्न करने में मदद करता है. अंत में, लोग अपने पूर्वजों की आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं, जिससे उनकी आत्माएं शांति से रहती हैं. इन कार्यों के माध्यम से, लोग अपने पूर्वजों को सम्मान देते हैं और उनकी आत्माओं को शांति प्रदान करते हैं. यह पितृ पक्ष के दौरान किए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्य हैं.
पितृ पक्ष पर भूलकर भी न करें ये काम
पितृ पक्ष (श्राद्ध) के दौरान कुछ कामों से बचना चाहिए जो पितरों को नाराज कर सकते हैं और अशुभ माने जाते हैं. इस अवधि में नए कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है, इसलिए इससे बचना चाहिए. इसके अलावा, विवाह, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य भी नहीं करने चाहिए, क्योंकि यह पितरों की आत्माओं को प्रसन्न नहीं करता है.
श्राद्ध के दौरान मांसाहारी भोजन करने से भी बचना चाहिए, क्योंकि यह पितरों को नाराज कर सकता है. इसके अलावा, इस अवधि में दान लेना भी अशुभ है, इसलिए इससे बचना चाहिए. झूठ बोलना भी पितरों को नाराज कर सकता है, इसलिए सच्चाई और ईमानदारी का पालन करना चाहिए.
व्यापारिक गतिविधियों से भी बचना चाहिए, क्योंकि यह पितरों की आत्माओं को प्रसन्न नहीं करता है. नए कार्यों की शुरुआत भी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है. अंत में, मनोरंजन से भी बचना चाहिए, क्योंकि यह पितरों की आत्माओं को शांति नहीं प्रदान करता है.
इन बातों का ध्यान रखकर आप अपने पूर्वजों को सम्मान दे सकते हैं और उनकी आत्माओं को शांति प्रदान कर सकते हैं. पितृ पक्ष के दौरान इन नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है.