मंगलवार के वो 6 मंत्र जो हैं बजरंगबली को हैं सबसे प्रिय
Hanumanji : वैदिक ज्योतिष और हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन कलयुग के स्थायी भगवान हनुमान जी को समर्पित है. हनुमानजी जी संकटमोचक भूत पिशाच, शनि और ग्रह बाधा, रोग और शोक समेत कानूनी परेशानियों से भी मुक्ति दिलाते हैं. माना जाता है कि हनुमान जी की कृपा जिस किसी जातक पर हो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है.
Hanumanji : वैदिक ज्योतिष और हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन कलयुग के स्थायी भगवान हनुमान जी को समर्पित है. हनुमानजी जी संकटमोचक भूत पिशाच, शनि और ग्रह बाधा, रोग और शोक समेत कानूनी परेशानियों से भी मुक्ति दिलाते हैं. माना जाता है कि हनुमान जी की कृपा जिस किसी जातक पर हो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है.
हनुमानजी के भक्त आज के दिन उपवास भी रखते हैं लेकिन इस दौरान ये भूल व्रत का फल नहीं देती है. ऐसी में आज आपको बताते हैं. मंगलवार व्रत की पूजा विधि और नियम-
मंगलवार के दिन सूर्योदय से पहले ही उठकर नित्यक्रिया और स्नान के बाद लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए. फिर हनुमान जी को लाल फूल, सिंदूर और कपड़े अर्पित करने चाहिए. हनुमानजी का स्मरण करते हुए हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करके फिर शाम को बेसन के लड्डुओं का भोग लगाना चाहिए.
मंगलवार के दिन खीर का भोग भी हनुमानजी को लगाना चाहिए और व्रती को नमक रहित भोजन नहीं करना चाहिए. आज के दिन व्रती को ब्रह्मचर्य का पालन करना अनिवार्य है. तभी व्रत का फल मिलता है. मगंलवार का व्रत ना सिर्फ शनि की प्रकोप के साथ ही जीवन की सभी समस्याओं के निदान के लिए जरूरी है.
इन 6 मंत्रों का मंगलवार को जाप करने से हनुमान जी की विशेष कृपा मिलती है और सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.
पहला मंत्र ॐ तेजसे नम:
दूसरा मंत्र- ॐ प्रसन्नात्मने नम:
तीसरा मंत्र- ॐ शूराय नम:
चौथा मंत्र- ॐ शान्ताय नम:
पांचवां मंत्र- ॐ मारुतात्मजाय नमः
छठा मंत्र- ऊं हं हनुमते नम: