karauli: राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर सरकार कोई बड़ा कदम उठाएगी क्या? क्योंकि इस विवाद में प्रदेश भर में मरीज परेशान हो रहे हैं. जिले में डॉक्टर्स ने सुबह 9 बजे से 11 बजे तक कार्य बहिष्कार कर सरकार से राइट टू हेल्थ बिल में आवश्यक सुधार करने,डॉक्टर्स पर हुए लाठीचार्ज का विरोध प्रकट करने और बिल का विरोध जताया.


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इस दौरान डॉक्टर्स के विरोध का विभिन्न संगठनों ने  समर्थन किया है. साथ ही करौली हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने घर पर या निजी संस्थानों में रोगी नही देखने का भी निर्णय लिया है.


करौली हॉस्पिटल के वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर बी एल मीणा ने बताया कि करौली हॉस्पिटल के सभी डॉक्टर्स ने सुबह 9 से 11 तक कार्य बहिष्कार रख कर विरोध प्रकट किया है. बीएल मीणा का कहना है की जयपुर में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स पर हुए लाठीचार्ज की करौली एसोसियेशन कड़े शब्दों में निंदा करता है.


डॉक्टर का कहना है कि जयपुर में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में गांधीवादी तरीके से आंदोलन किया जा रहा था. जिसे कुचलने के लिए सरकार ने लाठीचार्ज कराया है, जो निंदनीय कार्य है.


 डॉक्टर्स का कहना है कि उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.मांग पूरी नहीं होने तक प्रतिदिन लगातार दो घंटे कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.कार्य बहिष्कार के दौरान हॉस्पिटल में रोगियों की कतारें लग गई और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा.इस दौरान करौली चिकित्सालय के डॉ .गोविंद गुप्ता, सुशील मीणा, कैलाश मीणा, सीएल मीणा, देवेंद्र सहित अन्य डॉक्टर मौजूद रहे.


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