Karauli news: राजस्थान के करौली जिले में मेडिकल कॉलेज करौली में पहली बार कैडेवर सेरेमनी का आयोजन किया गया. देहदान से प्राप्त कैडेवर के करौली पहुंचने पर सेरेमनी का आयोजन किया गया. करौली मेडिकल कॉलेज को कैडेवर मिलने से प्रथम वर्ष के छात्रों को एनाटॉमी सहित शरीर विज्ञान को पढ़ने और समझने में काफी मदद मिलेगी. इस दौरान छात्र-छात्राओं को कैडेवर का सम्मान करने और समाज के कल्याण में काम करने की शपथ दिलाई गई. राजकीय मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉक्टर श्रवण कुमार मीणा ने विद्यार्थियों को कैडेवर के सदुपयोग एवं कैडेवर के साथ अच्छा व्यवहार करने, उसका सम्मान करने के दिशा निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि मेडिकल विद्यार्थियों का प्रथम गुरु कैडेवर होता है. 


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यहां गौरतलब है की करौली मेडिकल कॉलेज में कैडेवर के अभाव में छात्रों को एनाटॉमी सहित कई विषयों को पढ़ने, समझने और प्रेक्टिकल में परेशानी आ रही थी. इसके लिए जयपुर मेडिकल कॉलेज और उच्च अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई. जयपुर मेडिकल कॉलेज को देहदान प्राप्त हुआ. जयपुर से कैडेवर को करौली लाया गया. जहां विधिवत दान से प्राप्त देह का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने अधिक से अधिक लोगों से देहदान और अंग दान की अपील की है.


साथ ही मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर श्रवण लाल मीणा, उप प्राचार्य अरुण ने छात्रों को कैडेवर का सम्मान करने, गोपनीयता बनाए रखने और अधिक से अधिक उपयोग तथा देह से प्राप्त शिक्षा को समाज के कल्याण में लगाने की शपथ दिलाई गई. करौली मेडिकल कॉलेज में इस वर्ष सितंबर से ही शिक्षा सत्र शुरू हुआ है. इस दौरान डॉ शिखा सक्सेना एसोसिएट प्रोफेसर फिजियोलॉजी, डॉक्टर रचना शर्मा एसोसिएट प्रोफेसर बायोकेमेस्ट्री एवं असिस्टेंट प्रोफेसर जनरल सर्जरी डॉक्टर विकास मीणा उपस्थित रहे.