karauli : विचार गोष्टी के दौरान सामाजिक समरसता, राजनीतिक मजबूतीकरण के लिए समाज में शिक्षा को बढ़ावा देना और एकजुट रहना अति महत्वपूर्ण बताया गया. विचार गोष्ठी के वक्ताओं द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा दलित पिछड़ों के उत्थान के लिए विषम परिस्थितियों में किए गए. कार्यों से सीख लेकर वर्तमान परिवेश में समाज में गांव गांव ढाणी ढाणी जाकर शिक्षा का प्रचार प्रसार करने पर जोर दिया गया.


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उन्होंने कहा कि आज किसी भी समाज को एकजुट रहने सामाजिक असमानता को खत्म करने राजनीतिक इच्छा शक्ति बढ़ाने समाज का आर्थिक सुदृढ़ीकरण करने के लिए समाज के अग्रिम संगठन के पदाधिकारी समाजसेवियों को शिक्षा के प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता बताई गई. बिना शिक्षा के किसी भी समाज का विकास नहीं हो सकता.


संचार क्रांति के युग में आवश्यकता है, गांव-गांव ढाणी-ढाणी जाकर बालक बालिकाओं में शिक्षा पुरुष समानता के अधिकार के रूप में देने के लिए मां-बाप को प्रेरित करना और महात्मा फुले के बताए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया गया.


संगोष्ठी को नगर परिषद उपसभापति सुनील सैनी, करौली तहसील अध्यक्ष रमेश चंद्र माली, इंदर थानेदार , थानेदार गोपाल माली , रामजीलाल, दर्शन ठेकेदार, महासभा अध्यक्ष अमर सिंह, महात्मा ज्योतिबा फुले युवा समिति जिला अध्यक्ष चंद्र सिंह माली ,पीसी सदस्य नारायण ,ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव रामनिवास , गिर्राज सरपंच,पूर्व महासभा अध्यक्ष जय लाल ठेकेदार, पूर्व अध्यक्ष पंकज सैनी,


फुले ब्रिगेड जिला अध्यक्ष बने सिंह कुशवाह,संस्थान कोषाध्यक्ष कल्याण लाल माली, सचिव राम गोपाल माली, दुर्गा लाल, गजानंद , पन्नूसिंह, एडवोकेट रामजीत कुशवाह आदि के द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले और समाज में शिक्षा के महत्व विषय पर अपने विचार रखते हुए समाज को एकजुट रखते हुए शिक्षा का प्रचार प्रसार करने पर जोर दिया गया.


इस दौरान सभी समाजसेवी और पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के उपलक्ष में सार्वजनिक अवकाश राजस्थान में घोषित करने पर आभार जताया. उनके सम्मान में जमकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाए गए.


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