Sapotra : ग्रामीणों की अवैध कब्जा हटाने और चारागाह की मांग, आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले एक साल से कई बार जिला और उपखंड प्रशासन को शिकायत करने के बाद तहसीलदार ने 7 सदस्यीय टीम को सीमाज्ञान करने के निर्देश दिए थे. लेकिन टीम ने सीमाज्ञान करना बंद कर दिया
Sapotra : राजस्थान के करौली के सपोटरा की पंचायत जोड़ली के ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल सरपंच कोली देवी मीणा के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी अनुज भारद्वाज से मिला और जोड़ली की चारागाह और सिवायचक जमीन का सीमाज्ञान कराकर अतिक्रमण से मुक्त करने का ज्ञापन दिया.
ग्रामीणों ने मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी. पूर्व सरपंच टीकाराम,भरतलाल मीणा,भरत लाल बैरवा,रामनाथ पटेल,रामलाल, सीताराम , धनीराम, राधेश्याम, सियाराम, रामराज मीणा आदि ने बताया कि जोड़ली गांव की चारागाह और सिवायचक की 1167 बीघा जमीन स्थित है. जिस पर कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर भूमि को समतलीकरण कर फसल काश्त की जा रही है.
अवैध कब्जे के चलते पंचायत के पशुपालकों के सामने पशुओं को चराने का संकट पैदा हो गया है. दूसरी ओर आवारा पशु किसानों की फसल चट कर जाते है और सड़कों पर भटकते इन आवारा पशुओं के चलते आएदिन हादसे हो रहे हैं. लेकिन विगत 20 वर्षों से सरकारी जमीन पर फसल काश्त कर रहे लोगों के खिलाफ कार्यवाई नहीं होने से लोगों में गुस्सा है.
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले एक साल से कई बार जिला और उपखंड प्रशासन को शिकायत करने के बाद तहसीलदार ने 7 सदस्यीय टीम को सीमाज्ञान करने के निर्देश दिए थे. लेकिन टीम ने सीमाज्ञान करना बंद कर दिया ग्रामीणों ने बताया कि एक बार फिर से प्रशासन को समस्या से अवगत कराया गया है. सिवायचक और चारागाह जमीन से सीमा ज्ञान कराने के बाद अतिक्रमण हटाने की मांग की गई है. ग्रामीणों ने बताया कि इस दिशा में सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती है तो आंदोलन किया जाएगा.
रिपोर्टर - आशीष चतुर्वेदी
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