टोडाभीम: लक्खी मेले के कुश्ती दंगल में देशभर के पहलवानों ने दिखाया दम
करौली में टोडाभीम क्षेत्र सहित कई प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने पहाड़ की चोटी पर स्थित भैरों बाबा के दर्शन कर खीर और पुंए का भोग लगाकर मनौती मांगी. इस दौरान मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के द्वारा भैरों बाबा के जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया. कोरोना काल के 2 साल बाद लक्खी मेले का आयोजन किया जा रहा है.
Karauli: जिले के टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के ग्राम करीरी गाजीपुर स्थित प्रसिद्ध लोक देवता भैरों बाबा मंदिर में सप्तमी के दिन लक्खी मेले का आयोजन हुआ. मेले में टोडाभीम क्षेत्र सहित कई प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने पहाड़ की चोटी पर स्थित भैरों बाबा के दर्शन कर खीर और पुंए का भोग लगाकर मनौती मांगी. इस दौरान मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के द्वारा भैरों बाबा के जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया. कोरोना काल के 2 साल बाद लक्खी मेले का आयोजन किया जा रहा है.
मेले के दौरान गांव करीरी में बच्चों के मनोरंजन के लिये खिलौने, झूला, जंपिंग सहित मेले में सजी दुकानों से श्रद्धालुओ ने जमकर खरीददारी की. वहीं करीरी गांव के हर घर में श्रद्धालुओं के लिए प्रसादी की व्यवस्था की गई. मेले में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस के जवान तैनात किए गए, जो पूरी व्यवस्था पर पैनी नजर बनाये हुये थे. मेले के दौरान विशाल ऐतिहासिक कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया. लक्खी मेले में आयोजित विशाल कुश्ती दंगल का शुभारम्भ मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के द्वारा किया गया.
कुश्ती दंगल में देश के कई प्रान्तों से आये पहलवानों ने अपना दम खम दिखाया. कुश्ती दंगल में ₹501 से प्रारंभ हुई कुश्ती में विजेता पहलवानों को आयोजन कमेटी की ओर से इनाम स्वरूप नगद राशि देकर सम्मानित किया गया. लख्खी मेले मे पूर्व मंत्री रामस्वरूप मीणा, विधायक पृथ्वीराज मीणा, एसडीएम दुर्गाप्रसाद मीणा, पुलिस उपाधीक्षक फूलचंद मीणा, थानाधिकारी रामखिलाड़ी मीणा, बालघाट थानाधिकारी धर्मसिंह मीणा, पंचायत समिति प्रधान कल्पना मीणा, नगरपालिका अध्यक्षा अमृता सियाराम मीणा, पूर्व प्रधान मुकेश मीना, पूर्व विधायक रमेश मीणा, पूर्व किसान मोर्चा अध्यक्ष राजेंद्र शेखपुरा, किसान नेता शिवदयाल मीणा सहित सैकड़ों जनप्रतिनिधि एवं उपखंड स्तरीय प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहें.
वहीं इस कुश्ती मेले को देखने के लिए महिला व पुरुषों की भीड उमड़ पड़ी. वहीं मेला मैदान पहाड़ के बीच में स्थित होने से पहाड़ पर लोगों का बैठना शुरू हो गया और पूरा पहाड़ लोगों के बैठने का स्थान बन गया. वहीं लोगों ने पहाड़ों की ऊँचाई पर बैठकर कुश्ती दंगल का जमकर लुत्फ उठाया. इस दौरान पुलिस प्रशासन के जवानों ने पूरी व्यवस्था को संभाले रखा. मेले में भीड अधिक होने से पुलिस उपाधीक्षक फूलचंद मीणा और एसडीएम दुर्गाप्रसाद मीणा ने पूरे दिन मोर्चा संभाले रखा.
मेले के दौरान टोडाभीम, नादौती, बालघाट, गढ़मोरा इन चारों थानों के जाब्ते के साथ भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहें. यह मेला राजस्थान के प्रसिद्ध मेलों में से एक है, जहां पहलवान इस मेले का इंतजार करते है. कुश्ती दंगल के दौरान पूरा मैदान भैरों बाबा के जयकारों से गुंजायमान रहा. कुश्ती दंगल में दिल्ली, जम्मू कश्मीर, कांमा, भरतपुर, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश से आए पहलवानों ने अपने दांवपेच आजमाए.
Reporter - Ashish Chaturvedi