Baran: राजस्थान के बारां (Baran News) जिले के मातृ एवं शिशु अस्पताल में सीनियर पीडियाट्रिशियन (Senior Paediatrician) के पद पर पर तैनात डॉ गिरिराज मीणा की ड्यूटी तो अस्पताल में सोमवार सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक थी लेकिन यह डॉक्टर साहब अस्पताल आते है तो केवल हाजिरी लगाने के लिए. हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर कर डॉक्टर साहब गायब हो जाते हैं और फिर अपने घर के क्लीनिक पर मिलते हैं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

डॉक्टर साहब का एक लंबा चौड़ा कई मंजिला क्लीनिक है, जहां वह बैठकर अपने सरकारी ड्यूटी समय में निजी मरीज देखते मिलते हैं. कई दिनों से आ रही शिकायतों के बाद आज डॉक्टर कैमरे में कैद हो गए. डॉक्टर साहब ने आज भी हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर कर दिए और अस्पताल से गायब हो गए. वहीं, डॉक्टर साहब अस्पताल से गायब होकर अपने निजी क्लीनिक जा पहुंचे, जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि क्या  आप छुट्टी पर हैं, तो कैमरा देख डॉक्टर साहब बोले हां मैं आज छुट्टी पर हूं लेकिन अस्पताल के हाजिरी रजिस्टर में उनकी हाजिरी लगी हुई. 


यह भी पढ़ें - रेजीडेंट डॉक्टर का राष्ट्र व्यापी आंदोलन, बिगड़ने लगी चिकित्सा व्यवस्था


वहीं, इस पूरे मामले में अस्पताल के पीएमओ (PMO) डॉ राजेंद्र मीणा का मानना है कि डॉ गिरिराज मीणा की पहले भी कई बार शिकायतें आ चुकी है और इस बाबत हम उन्हें नोटिस जारी कर चुके हैं. आज भी मामला कैमरे पर सामने आने के बाद पीएमओ अब अग्रिम कार्रवाई की बात कर रहे हैं  लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि क्या जिस डॉक्टर को अस्पताल में रहकर मरीजों की सेवा करनी चाहिए. वह अपने पेशे को धोखा देकर क्यों घर चला जाता है, क्या ऐसे डॉक्टरों को केवल अपनी तनख्वाह से मतलब रहता है, मरीजों की सेवा इन डॉक्टरों की जिम्मेदारी नहीं है. 


Reporter- Ram Mehta