Kota Medical College : कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज (Kota Medical College) के सर्जिकल आईसीयू में मरीज वैभव शर्मा की ऑक्सीजन मास्क में आग लगने के मामले में तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड को मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सेप्टीसिमिक शॉक बताया गया है. रिपोर्ट में बताया है कि  सेप्टीसिमिक शॉक की वजह से परपोरेशन पेरिटोनाइटिस  हुआ था.  अगर इसे आम शब्दों में समझा जाए तो हाथ फटने से पहले गंभीर संक्रमण की वजह से मरीज की मौत हुई.


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 रिपोर्ट में यह भी बताया है कि  मरीज के चेहरे, छाती और बाएं कंधे पर पेरीमॉर्टम बर्न इंजरी यानी झुलसने के निशान भी थे. पेरीमॉर्टम यानी जीवित अवस्था में यह निशान नहीं हुए बल्कि मौत के तत्काल बाद यह निशान बने. इसमें बताया गया है कि आंत में डेढ़ गुना डेढ़ सेमी का छेद था. जिसका ऑपरेशन किया गया था .


वैभव की मौत की जांच कर रही जांच कमेटी ने  फिलहाल रिपोर्ट आने के बाद भी 2 दिन का समय मांगा है. जांच के लिए प्रिंसिपल डॉ संगीता सक्सेना ने एडिशनल प्रिंसिपल, डॉक्टर प्रतिमा जयसवाल की अगुवाई में कमेटी गठित की थी. इस ने शुक्रवार को रिपोर्ट नहीं देकर 2 दिन का समय मांगा है. साथ ही कमेटी के अनुरोध पर कमेटी में कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर भंवर रनवा को भी शामिल किया है कमेटी ने शुक्रवार को भी अधीक्षक और स्टाफ के बयान लिए कमेटी ने शुरुआती जांच में डीसी शॉक देने के प्रोटोकॉल को लेकर पड़ताल की तो सामने आया प्रोटोकॉल पूरा फॉलो करते हुए ही डीसी शॉक दिया जा रहा था.


क्या है मामला
गुरूवार 13 जुलाई को कोटा के मेडिकल कॉलेज में एक बेहद दर्दनाक  हादसा घटित हुआ था.  मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एक मरीज के ऑक्सीजन मास्क में अचानक आग लग गई. हादसे में मरीज का चेहरे और छाती बुरी तरह जल गया, जिससे उसकी मौत हो गई. आईसीयू में मरीज के मास्क में आग लगने की घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं.


Reporter: KK Sharma


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