Pipalda: कभी ओलावृष्टि, कभी अतिवृष्टि से हर बार नुकसान उठा रहे किसानों पर इस बार सरकार की लापरवाही और उदासीनता भारी पड़ रही है. सरकार द्वारा घोषणाओं के बावजूद भी अभी तक लहसुन खरीद शुरू होती नजर नहीं आ रही हैं. 


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ऐसे में किसानों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है. इसी के तहत आक्रोशित किसानों ने भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में सड़क पर लहसुन बिखेर कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. जहां संघ के तहसील अध्यक्ष अखिलेश दाधीच के नेतृत्व में सुल्तानपुर कृषि उपज मंडी गेट के सामने किसानों ने मुख्य सड़क पर चक्का जाम कर सड़क पर लहसुन बिखेर कर धरना-प्रदर्शन किया. 


सह जिला मंत्री पवन शर्मा ने बताया कि पूरे देश में हाडौती क्षेत्र की लहसुन उत्पादन में अलग ही पहचान है, जहां देश का सर्वाधिक लहसुन उत्पादित होता है. क्षेत्र के किसानों ने परिश्रम कर इस बार भी लहसुन की बंपर पैदावार की है लेकिन लहसुन के गिरते दामों ने किसानों को परेशान कर रखा है. किसानों का लागत मूल्य ही नहीं बल्कि कटाई कराकर मंडी तक लाने का खर्च भी निकालना मुश्किल हो रहा है. 


यदि सरकार की ओर से जल्दी ही किसानों को संबल देने के लिए कदम नहीं उठाया गया तो आशंका है कि गत वर्षों की भांति किसानों की आत्महत्या जैसी कोई घटना सामने न आए. ऐसे में राजस्थान सरकार से आग्रह है कि किसानों के हित में शीघ्र निर्णय लेते हुए लहसुन की बाजार हस्तक्षेप योजना में किसानों का लहसुन सरकारी कांटे पर खरीदा जा सके. 


इसी तरह प्रदेश मंत्री जगदीश कलमण्डा ने बताया कि बाजार में लहसुन के गिरते दामों को देखते हुए भारतीय किसान संघ निरंतर लहसुन खरीद की मांग करता आ रहा है और इस निमित किसानों के द्वारा आंदोलन करने पर भारत सरकार द्वारा लहसुन खरीद की स्वीकृति जारी करने के बाद भी राजस्थान सरकार द्वारा लहसुन खरीद की कोई व्यवस्था नहीं करने से किसानों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है. 


भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों के आंदोलन को देखते हुए राज्य सरकार ने लहसुन खरीद के लिए राजफैड को नियुक्त करने के बाद भी अभी तक लहसुन खरीद की कोई भी प्रक्रिया शुरु नहीं की गई है, उन्होंने लहसुन खरीद की प्रक्रिया जल्दी शुरु करने और लहसुन की कीमत 2957 रुपये प्रति क्विंटल के स्थान पर 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से करने की मांग की है. 


इसको लेकर सभी ने मुख्यमंत्री के नाम सुल्तानपुर नायब तहसीलदार महेन्द्र सिंह को ज्ञापन दिया, जिसमें जिला उपाध्यक्ष मुकुट नागर, मंत्री शिवराज योगी, नगर अध्यक्ष दिनेश शर्मा, कार्यालय प्रमुख गोविंद नागर, सह मंत्री महावीर मीणा, नन्दजी खेरूला, पप्पू हनोतिया, जगदीश नागर जाखडोन आदि कार्यकर्ता मौजूद थे.


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