राहुल से कोटा के दुर्गेश ने कही ऐसी बात, गहलोत को तुरंत देना पड़ा अधिकारियों को ये आदेश
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी बूंदी जिले के अरनेठा में कोटा के कोचिंग स्टूडेंट्स से मिले यहां स्टूडेंट्स से खुलकर करीब पौन घंटे तक बात की स्टूडेंट्स ने शिक्षा व्यवस्था, संसाधन, कॅरियर से जुड़ी बातें की, राहुल ने भी अपना मत रखा.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी बूंदी जिले के अरनेठा में कोटा के कोचिंग स्टूडेंट्स से मिले यहां स्टूडेंट्स से खुलकर करीब पौन घंटे तक बात की स्टूडेंट्स ने शिक्षा व्यवस्था, संसाधन, कॅरियर से जुड़ी बातें की, राहुल ने भी अपना मत रखा. कुछ स्टूडेंट्स ने समस्याएं बताई तो उन्हें समाधान भी उपलब्ध करवाए गए. ये सभी वे स्टूडेंट्स हैं जिन्हें राज्य सरकार की अनुप्रीति योजना के अंतर्गत कोचिंग कर रहे हैं. स्टूडेंट्स में भूमिका गौड, खुशी मेघवाल, देवेन्द्र चौधरी, सचिन कुमार भास्कर, गिरधर सुमन, सिद्धार्थ सेन, विष्णु पारेता और दुर्गेश वैष्णव शामिल हैं. चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा भी मौजूद रहे.
राहुल गांधी से चर्चा के दौरान एलन के दुर्गेश वैष्णव ने कहा कि मैं सवाई माधोपुर के खण्डार तहसील के गांव झौपड़ी सुमनपुरा से हूं. यहां आठवीं तक ही स्कूल है. लड़के तो इसके बाद बाहर जाकर पढ़ लेते हैं लेकिन लड़कियों की पढ़ाई छूट जाती है. वहां स्कूल 12वीं तक होना चाहिए. इसके बाद राहुल गांधी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ इशारा किया और गहलोत ने तुरंत अधिकारियों को इस संबंध निर्देश दिए.
इसी तरह एलन स्टूडेंट खुशी मेघवाल ने कहा कि मैं इंजीनियरिंग करना चाहती हूं और साथ में ताइकवांडो भी सीखना चाहती हूं. इसकी कोई कोचिंग नहीं है, फिलहाल मैं यू-ट्यूब से सीख रही हूं. इसके बाद खुशी का नयापुरा स्टेडियम में संचालित की जाने वाली ताइकवांडो अकेडमी में एडमिशन करवाया गया. इसी तरह एक अन्य छात्रा ने कहा कि मेरा रूझान गायन में है तो उसके लिए भी एक्सपर्ट्स उपलब्ध करवाने की बात कही.
लक्ष्य को जानो और मेहनत करो
स्टूडेंट्स से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आप सभी इंजीनियरिंग या मेडिकल की कोचिंग कर रहे हैं. मैं कन्याकुमारी से चलकर यहां तक आ रहा हूं, बच्चों से बात करता हूं तो हर बच्चा डॉक्टर या इंजीनियर बनने की बात कहता है, ऐसा क्यों ?, आप स्वयं बनना चाहते हैं या किसी दूसरे की इच्छा इसमें शामिल है. आपको खुद को जानना चाहिए. इसके बाद देखना चाहिए कि आपकी इच्छा क्या है, फिर अपने लक्ष्य को पहचानें और उसे पाने के लिए मेहनत करें. यदि ऐसा करेंगे तो आप अपना बेस्ट दे सकेंगे और उस क्षेत्र में देश को आगे ले जा सकेंगे. सरकार को भी ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए. उनके विजन और उनके इंट्रेस्ट को समझना चाहिए.
मल्टीपल कॅरियर ऑप्शन्स की सोचें
स्टूडेंट्स से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आप लोग डॉक्टर या इंजीनियर बनने तक ही सीमित क्यों रहते हैं, इस पर स्टूडेंट्स बोले... क्योंकि हम दूसरे क्षेत्रों में कॅरियर के बारे में नहीं जानते. इस पर राहुल गांधी ने कहा ये हमारी शिक्षा व्यवस्था की कमजोरी है. आप दूसरे विषयों के बारे में सोचें, उनमें कॅरियर की संभावनाओं को समझें, दूसरे विषय या इनके अलावा किस-किस क्षेत्र में कॅरियर बनाया जा सकता है, यह जानें, एक्सपर्ट्स से मिलें, समझें. मल्टीपल कॅरियर ऑप्शन्स को समझेंगे तभी कुछ अलग कर सकेंगे.
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