Kota: राजस्थान के कोटा के चिकित्सा विभाग ने चलाई है एक ऐसी मोबाइल वैन जो पूरी तरह से सुसज्जित है, क्वालिटी टेस्ट संसाधनों से और पल भर में मिलेगी टेस्ट के रिपोर्ट. कोटा के चिकित्सा और स्वास्थ विभाग द्वारा एक मोबाइल वैन हर रोज चलाई जा रही है, जो विभिन्न क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों में रोज जाती है, खाद्य पदार्थों के सैंपल टेस्ट करती है. सबसे बड़ी बात है कि यह पूरी योजना निशुल्क है. किसी भी तरीके का शुल्क इन टेस्ट के लिए नहीं देना पड़ता.


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कोटा चिकित्सा विभाग के अधीन केंद्रीय प्रयोगशाला की खाद्य विश्लेषक प्रियंका सोनी ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से यह मोबाइल वैन चलाई जा रही है.
जिसमें टेस्ट का रिजल्ट ऑन स्पॉट रहता है, साथ ही सभी संसाधन इस वैन के अंदर मौजूद हैं.


जिनसे कई तरीके के खाद्य पदार्थों के क्वालिटी टेस्ट की जा सकते हैं, जैसे मावे और मिठाई में स्टार्च, कार्बोनेट, दूध में यूरिया, मसालों में कलर की मिक्सिंग आदि.


हर रोज यह वैन अलग-अलग इलाकों में रवाना होती है, और वहां पर जो भी व्यक्ति किसी भी तरीके के क्वालिटी टेस्ट चाहे वह दूध हो मिठाई या मसालों के टेस्ट करवाना चाहता हूं. उसे तत्काल किया जाता है, उसी समय उसकी रिपोर्ट भी दी जाती है.


यानी कोई भी व्यक्ति कभी भी अपने खाद्य पदार्थों का क्वालिटी टेस्ट करवा सकता है, और रिजल्ट भी हाथों-हाथ पा सकता है. वहीं, खाद्य विशेषज्ञ प्रियंका सोनी ने बताया कि हर रोज हजारों की संख्या में टेस्ट किए जा रहे हैं और जब यह टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिक रूप से उन लोगों की समझाइश की जाती है कि वह इस प्रकार की मिलावट नही करें ये गैर कानूनी है. यदि इसी तरीके की लापरवाही उनके द्वारा लगातार की जाती है तो उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई करते हैं.


रिपोर्टर- केके शर्मा


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