न घोड़ी-न बैंडबाजा, बाराती भी घर से खाकर आए खाना, राजस्थान में छा गई कोटा की शादी
Kota Viral Marriage: आजकल जिधर देखो, उधर ही शहनाई की आवाज गूंज सुनाई दे रही है. शादी-ब्याह के सीजन में अक्सर ही सोशल मीडिया पर एक से बढ़कर एक शादियों से जुड़ी हुई तस्वीरें और वीडियोज वायरल होते रहते हैं. कई वीडियोज में शादी की रस्में दिखाई जाती है तो कहीं पर भव्य शादियों की यूनिक एंट्री दिखाई जाती है लेकिन राजस्थान के कोटा में एक ऐसी शादी शाम सामने आई है, जिसे जानकर हर कोई वाह-वाह करने पर मजबूर हो उठा है.
क्यों वायरल हुई ये शादी
मजेदार बात तो यह है कि शादी में ना तो दूल्हे राजा घोड़ी पर चढ़े और ना ही कोई दहेज दिया गया. ना तो शादी के कार्ड बांटे गए और ना ही बैंड बाजा बजा. उससे ज्यादा मजेदार बात तो यह है कि जो बाराती आए थे, वह भी अपने घर से खाना खाकर आए थे. ऐसे में यह शादी का वायरल होना तो बनता है तो चलिए बताते हैं कि और क्या खास रहा इस अनोखी शादी में-
झूठी शानो-शौकत में उड़ाते पैसे
यह बात तो आप जानते ही हैं कि आजकल की शादियों में कितना ज्यादा दिखावा होता है. कुछ लोग तो शादियों में लाखों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा देते हैं. कई लोग शादी को यादगार बनाने के लिए एक से बढ़कर एक भी VVIP इंतजाम बात करते हैं. सामाजिक दिखावे के ही चलते कई बार बेटियों के बाप को बढ़ाकर कर्जा लेना पड़ता है. बेटा हो या बेटी, किसी की भी शादी को यादगार बनाने के लिए उनके माता-पिता कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं. खाने में भी एक से बढ़कर एक व्यंजन शामिल किया जाता है लेकिन राजस्थान के कोटा में एक ऐसी शादी हुई है, जिसके बारे में जानकर हर किसी का दिल पिघल उठा है.
निकाह बन गया यादगार
शादी में दूल्हे राजा घोड़ी पर चढ़कर नहीं आए थे और ना ही धूमधाम से बारात आई. दूल्हे राजा अपने साथ जो बाराती लेकर आए थे, वह भी अपने घर से खाना खाकर आए थे. साथ ही जब दुल्हन को विदा किया गया तो उसे बिना दहेज के ही विदा किया गया. जानकारी के अनुसार, इस खास शादी को पूरा करने के लिए केवल 20,000 का ही खर्चा आया है. दरअसल बीते दिनों कोटा के चंद्रघंटा की रहने वाली मरियम सिद्दीकी का निकाह विज्ञान नगर के रहने वाले जीशान अली के साथ हुआ था. इन दोनों के निकाह में ना तो दूल्हा दुल्हन को 2 दिन पहले मेहंदी लगाई गई और ना ही संगीत का कार्यक्रम रखा गया.
क्या कहना है दुल्हन के पिता का
दुल्हन के पिता ने बताया कि दूल्हे वालों ने उसके परिवार पर किसी तरह का कोई खर्च नहीं डाला. उनका कहना था कि यही वजह रही कि उनकी बेटी का का निकाह इतने कम पैसों में पूरा हो गया. पिता नजीमुद्दीन ने यह भी बताया कि उन्होंने शादी के कार्ड भी नहीं छपवाए थे और मेहमानों को बुलाने के लिए फोन पर ही कॉल कर दी थी. साथ ही बारातियों के लिए कोई रिसेप्शन भी अलग से नहीं रखा गया था. दुल्हन के पिता ने यह भी बताया कि बारातियों को लड़के वालों ने पहले से ही बता दिया गया था कि जो भी आए वह अपने घर से खाना खाकर आए. एक छोटी सी जगह पर परिवार वालों की मौजूदगी में दूल्हा दुल्हन ने निकाह कुबूल कर लिया.
खुशी से रो पड़े दुल्हन के पिता
लड़की के पिता का कहना है कि समाज में लोग शादी में शानो-शौकत दिखाने के लिए ब्याज पर लोन उठा लेते हैं और फिर जिंदगी भर उसे चुकाते रहते हैं. कई लोग तो बेटी का नाम लेकर कोसते भी रहते हैं. कुछ लोगों के सामने दिखावे के लिए बेटी के बाप लोग बड़ा कर्जा ले लेते हैं लेकिन कभी बेटी की शादी को बोझ नहीं बनाना चाहिए और सादगी से ही शादी करनी चाहिए. इस शादी की चर्चा पूरे राजस्थान में हो रही है.