Jhalawar : राजस्थान का चेरापूंजी कहे जाने वाले झालावाड़ जिले (Jhalawar News) में लगातार सातवें दिन भी झमाझम बरसात का दौर जारी रहा. पिछले 6 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बरसात गुरुवार की रात मूसलाधार बारिश (Heavy Rain In Rajasthan) में बदल गई, जिसके चलते जिले के खानपुर और सारोला क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए. सड़के दरिया बन चुकी है तो वहीं सैकड़ों खेत भी जलमग्न (Rajasthan Flood) हो गए हैं. 


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सारोला क्षेत्र के तो कुछ गांव टापू में तब्दील हो गए और आवागमन पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है. बीते 48 घंटों में बारिश जनित हादसों से उस समय दो लोगों की मौत हो गई, जब तेज बहाव के बीच पुलिया पार कर रहे बाइक सवार दो युवक नदी के तेज बहाव में बह गए.


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मूसलाधार बारिश (Flooding In Rajasthan) के कारण झालावाड़ की कालीसिंध, कालीखाड़, परवन व आहू जैसी बड़ी नदियों के अलावा छोटी नदियां भी उफान पर है. उधर जिले के सभी प्रमुख बांधों में भी पानी की जबरदस्त आवक हो रही है. कालीसिंध बांध के 4 गेट 3 मीटर खोलकर 46000 क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है. छापी बांध के भी 6 गेट खोल दिए गए हैं, तो भीम सागर बांध के भी 5 गेट खोल कर 36000 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. चंवली तथा गागरिन बांध की भी चादर चल रही है.


मूसलाधार बारिश (Heavy Rainfall) के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. अकलेरा कस्बे के कई इलाकों में जलभराव हो गया, तो गुरुवार रात असनावर कस्बे के ऊपरी इलाकों में भी घरों व दुकानों में पानी घुस गया. परवन नदी में उफान के कारण पुलिया पर पानी आ गया, जिसके कारण बारां झालावाड़ मेगा हाईवे ठप्प हो गया। उफनते नदी नालों के कारण झालावाड़ को मध्य प्रदेश से जोड़ने वाले कई मार्ग बंद हो गए.


उधर बारिश से लगातार बिगड़ते हालात को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और आपदा प्रबंधन टीमों को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है और बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा.


रिपोर्ट : महेश परिहार


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