Kota, Ramganjmandi: कोटा जिले की रामगंजमंडी के जिला उप कारागृह (जेल) के प्रहरियों का वेतन विसंगतियों को लेकर 3 दिन से भूख हड़ताल जारी है. रविवार को भूख हड़ताल पर बैठे जेल प्रहरी एक जवान की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद मेडिकल टीम कारागृह पहुंची. और जवान करतार सिंह का चेकअप कर ड्रिप लगाई गई. उसके बाद हड़ताल पर बैठे सभी कर्मियों का मेडिकल जांच की गई. उसके बाद भी जवानों की भूख हड़ताल जारी है. तबीयत खराब होने के बावजूद प्रहरी हड़ताल पर बने हुए है. वहीं एक दूसरे को हौसला दे रहे है.


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प्रहरियो की उनकी मांग है कि सभी का वेतन आरएसी जवानों के बराबर किया जाए. आरएसी के जवान जेल की बाहरी सुरक्षा करते हैं और वह जेल के अंदर बंदियों की सुरक्षा करते हैं इसलिए उनका वेतन उतना ही है जितना जेल के बाहरी सुरक्षा करने वाले आरएसी के जवानों का है.


2017 का समझौता लागू करने की मांग


प्रहारियो ने बताया की राज्य सरकार से वेतन विसंगतियों को लेकर और साल 2017 में समझौता हुआ था, लेकिन उसकी अभी तक पालना नहीं हुई है. जेल कर्मचारी साल 1998 से वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे हैं. जिसके बाद कुछ दिनों पहले भी वेतन विसंगतियों को लेकर जेल कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था. उसके बाद फिर से जेल के कर्मचारियों ने वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है. 13 जनवरी से जेल प्रहरियों का वेतन विसंगतियों को लेकर भूख हड़ताल जारी है.


जवान की बिगड़ी तबीयत, जारी भूख हड़ताल


रविवार सुबह अचानक एक जेल प्रहरी करतार सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद अनशन स्थल पर मेडिकल टीम पहुंची. जवान की बीपी और अन्य जांचे की गई. जिसमे मुख हड़ताल से शरीर में कमजोरी होने से ड्रिप लगाई गई. जवानों को अस्पताल में भर्ती करने की कहा लेकिन अनशन पर ही जवान ड्रिप लगाए हुए है.


3 दिन से पानी पीकर के रहे ड्यूटी


भूख हड़ताल पर बैठे प्रहरी अवधेश शर्मा ने बताया की जेल परिसर में कड़ाके की सर्द में 3 दिन से लगातार जारी भूख हड़ताल पर बैठे हैं. लेकिन अभी तक राज्य सरकार ने प्रहरियों की कोई सुध नहीं ली है. जबकि जेल प्रहरी सिर्फ पानी पीकर ड्यूटी कर रहे है. राज्य सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी तब तक वह इसी तरह भूख हड़ताल पर रहेंगे.