Ramganjmandi: कोटा जिले के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को दो साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बाघ मिल ही गया. रणथम्भौर बाघ परियोजना से सुबह बाघ टी-110 को ट्रंकोलाइज कर मुकुंदरा रिजर्व के सेल्जर क्षेत्र के एनक्लोजर में छोड़ा गया. 


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यहां के वातावरण में ढलने के बाद इसे खुले जंगल में छोड़ा जाएगा. मुकुंदरा रेंजर हेमराज सिंह ने बताया की वर्तमान में मुकुंदरा में रह रही एकमात्र बाघिन एमटी 4 के लिए लंबे समय से जोड़ीदार की मांग की जा रही थी.


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गौरतलब है कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, भारत सरकार, राजस्थान सरकार की से अनुमति मिलने के बाद से ही मुकुंदरा में बाघ लाने के करने के प्रयास किए जा रहे थे. करीब 15 दिन की ट्रैकिंग के बाद बाघ हाथ नहीं आया था. 


इसके बाद टीम 110 को ट्रेकुलाइज कर मुकुंदरा लाए. शाम को बाघ को सेल्जर के एनक्लोजर में छोड़ दिया गया, जहां विभागीय टीम बाघ की गतिविधियों पर मॉनिटरिंग रखेंगी. जिसके बाद बाघ को स्वतंत्र जंगल में छोड़ा जाएगा.


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Ramganjmandi: कोटा जिले के सुकेत थाना क्षेत्र में कुंभकोट कॉलोनी के मजदूरों ने थाने में पहुंच कर एसोसिएट स्टोन इंडस्ट्रीज (एएसआई कंपनी) के मालिक सहित कंपनी अधिकारियों की पर प्रताड़ना करने के आरोप में नाम जब्द रिपोर्ट दर्ज करवाई है. 


मजदूरों के साथ क्षेत्रीय विधायक मदन दिलावर और भाजपा कार्यकर्ताओं भी साथ रहे. विधायक अपराधिक धाराओं का राज पत्रक लेकर थाना पहुंचे. वहीं, मजदूरों ने कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की, जिसके बाद सुकेत थाने में प्रताड़ना की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया. 


सुकेत एसएचओ विष्णु सिंह ने बताया कि लक्ष्मीपुरा मजदूर कॉलोनी के 10 जनों ने थाने में पहुंच कर एएसआई कंपनी के मालिक दीपक झटिया, मालिक के बेटे तूसी बाबू, कंपनी प्रबंधक एससी गुप्ता और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. फरियादी मजदूरों ने रिपोर्ट में बताया कि एएसआई कंपनी मजदूरों को प्रताड़ित कर पलायन करने पर मजबूर कर रही है. जिसमे दीपावली के त्योहार पर अभी कंपनी ने कॉलोनी की लाइट बंद कर दी. जिससे पुरा त्योहार अंधेरे में मनाया. 
वहीं, आमजन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है, जिसको लेकर नाम जब्द रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया, जिसकी जांच की जा रही है.