Rajasthan Loksabha Election: राजस्थान में लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है. भाजपा से लेकर कांग्रेस और अन्य छोटे दल भी आगामी आम चुनाव को लेकर मास्टर प्लान तैयार कर रहे हैं. इसी बीच कांग्रेस की ओर से 'बीजेपी की हैट्रिक' को रोकने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत अशोक गहलोत ,सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा जैसे सूबे के मजबूत कांग्रेसी नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है.


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दरअसल हाल ही में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंद्र रंधावा ने विधायकों को लकसभा चुनाव लड़वाने के संकेत देते हुए कहा था कि चुनाव में जीत की क्षमता रखने वाले उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा और युवा नेताओं पर खास तवज्जो दी जाएगी. रंधावा के इस बयान के बाद चर्चाएं तेज है कि लोकसभा विधानसभा चुनाव जीतने वाले मजबूत विधायकों को भी लोकसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है.


सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज है कि अशोक गहलोत, सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही हरीश चौधरी, हरेंद्र मिर्धा, मुकेश भाकर, शांति धारीवाल, अशोक चांदना, हरिश्चंद्र मीणा, विकास चौधरी, बृजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय समेत कई अन्य विधायकों को लोकसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है. यह सभी नेता अपने-अपने क्षेत्र के क्षत्रप माने जाते हैं. ऐसे में इन नेताओं के जीत के चांस भी अधिक है. 


गौरतलब है कि पिछले दो लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में भाजपा 25 की 25 लोकसभा सीट क्लीन स्विप करने में कामयाब हुई थी, ऐसे में अगर भाजपा इस बार भी 25 की 25 सीट जीतने में कामयाब होती है तो यह उसकी जीत की हैट्रिक होगी. वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद कांग्रेस को भरोसा है कि लोकसभा सीट चुनाव में पार्टी का खाता खुलेगा और कांग्रेस-बीजेपी को जीत की हैट्रिक लगाने से रोक पाएगी.


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