Bhagirath Chaudhary : केंद्र में एनडीए सरकार रविवार को शपथ ग्रहण किया, इस दौरान अजमेर से 7 लाख वोटों की बंपर जीत हासिल करने वाले बीजेपी सांसद भागीरथ चौधरी ने राज्य मंत्री की शपथ ली. बताया जा रहा है.


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कितने वोटों से मिली थी जीत


राजस्थान के अजमेर में चौधरी बनाम चौधरी की लड़ाई में बीजेपी के भागीरथ चौधरी ने 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. भागीरथ चौधरी ने 7 लाख से अधिक (747462) वोट प्राप्त किए, जबकि कांग्रेस के रामचंद्र चौधरी को 4 लाख से ज्यादा (417471) वोट मिले. कांग्रेस यहां अपनी खोई हुई जमीन पुनः प्राप्त करने में असफल रही. बीजेपी ने लगातार दूसरी बार भागीरथ चौधरी पर भरोसा जताया था, और 2019 के बाद अब 2024 में भी अजमेर की जनता ने भागीरथ चौधरी को ही चुना और उनके पक्ष में फैसला दिया.


कैसे शुरू हुआ भागीरथ चौधरी का सियासी सफर?



भागीरथ चौधरी की अजमेर सीट पर लंबे समय से मजबूत पकड़ रही है. वे पहली बार 2003 में विधायक बने थे और फिर 2013 में दोबारा विधायक चुने गए. इसके अलावा, उन्होंने 2015-16 और 2016-17 में पर्यावरण समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया. इसके बाद पार्टी ने उन्हें 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया, जिसमें वे कांग्रेस के रिजू झुनझुनवाला के खिलाफ मैदान में उतरे. इस चुनाव में भागीरथ चौधरी को 8 लाख 15 हजार वोट मिले, जबकि रिजू झुनझुनवाला को 3 लाख 98 हजार वोट प्राप्त हुए. हालांकि, 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने फिर से भागीरथ चौधरी को उम्मीदवार बनाया, लेकिन इस बार वे हार गए.


भागीरथ चौधरी की उम्र 69 वर्ष है. उनका जन्म 1 जून 1954 को अजमेर के मानपुरा में हुआ था. उनके पिता का नाम रामचंद्र चौधरी और माता का नाम दाखा देवी है. उन्होंने 2014 में अंजना चौधरी से विवाह किया था.


कौन हैं भागीरथ चौधरी?



भागीरथ चौधरी वर्तमान में अजमेर से बीजेपी के सांसद हैं. इस बार बीजेपी ने उनका टिकट रिपीट किया है. भागीरथ चौधरी ने बीए पार्ट टू तक पढ़ाई की है.


पहली बार चौधरी किशनगढ़ से 2003 में विधानसभा लड़े. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के नाथूराम सिनोदिया को हराया और पहली बार विधायक बने.भागीरथ चौधरी जाट समाज का एक बड़ा चेहरा है. चर्चा है कि जातिगत आंकड़ों के मध्यनजर चौधरी का टिकट रिपीट किया गया है.



2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा


2008 के विधानसभा चुनाव में  चौधरी की हार हुई और कांग्रेस के उम्मीदवार नाथूराम सिनोदिया जीते.



साल 2013 में भागीरथ चौधरी तीसरी बार बीजेपी से विधानसभा चुनाव में किशनगढ़ से उम्मीदवार घोषित हुए.


इस बार भागीरथ चौधरी की जीत हुई. उन्होंने कांग्रेस के नाथूराम सिनोदिया हराया और विधायक बने.  


विधानसभा चुनाव साल 2018 में बीजेपी ने भागीरथ चौधरी को टिकट नहीं दिया.



भागीरथ चौधरी को बीजेपी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अजमेर से टिकट दिया. 


इस चुनाव में भागीरथ चौधरी ने रिकॉर्ड मत से जीत हुई.


2019 के लोकसभा चुनाव में चौधरी ने कांग्रेस के रिजु झुनझुनवाला को हराया था.