क्या फिर BJP के हो जाएंगे Hanuman Beniwal! सियासी चर्चाओं को जोशी के बयान से मिला बल
Hanuman Beniwal And BJP: राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. अक्सर सुर्खियों में रहने वाले नागौर के खींवसर से विधायक और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
Hanuman Beniwal And BJP: राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. अक्सर सुर्खियों में रहने वाले नागौर के खींवसर से विधायक और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. वहीं इन चर्चाओं को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के एक बयान ने और बल दे दिया है.
दरअसल विधानसभा चुनाव में तीसरी शक्ति का दावा करने वाली हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी सिर्फ एक सीट पर सिमट कर रह गई है. इसके बाद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा चुनाव भी अकेले ही लड़ने का ऐलान किया, लेकिन पिछले दिनों अचानक से हनुमान बेनीवाल की सुरक्षा बढ़ाए जाने के बाद प्रदेश में सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. सोशल मीडिया पर यहां तक दावा किया जाने लगा कि हनुमान बेनीवाल अपनी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का विलय भाजपा में कर सकते हैं, तो वहीं कुछ यूजर्स का कहना है कि लोकसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल और भाजपा दोनों को एक दूसरे की जरूरत है, लिहाजा ऐसे में एक बार फिर हनुमान बेनीवाल की एनडीए में वापसी हो सकती है.
इन चर्चाओं के बीच जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से शनिवार को सवाल किया गया कि कई नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई गई है, क्या लोकसभा चुनाव से पहले दूसरी पार्टी के नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं? इस पर जोशी ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले भी कई नेता और ब्यूरोक्रेट्स भाजपा में शामिल होना चाहते थे और अब भी कई लोग हमारे संपर्क में है।
गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल की एकाएक सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उनके घर पर क्यूआरटी कमांडो की तनाती की गई है. साथ ही उनके हर मूवमेंट पर पुलिस का पूरा काफिला उनके साथ होता है. इसे कई सियासी पंडित चुनावी चर्चाओं से जोड़कर देख रहे हैं. सियासी पंडितों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले भी भाजपा और हनुमान बेनीवाल के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा हुई थी, लेकिन बात नहीं बनी थी. इसके बाद अब लोकसभा चुनाव से पहले बेनीवाल घर वापसी कर सकते हैं, हालांकि उनकी घर वापसी किस रूप में होगी यह देखना बेहद दिलचस्प होगा.
आपको बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा का हनुमान बेनीवाल के साथ गठबंधन हुआ था. भाजपा ने बेनीवाल के लिए नागौर लोकसभा सीट छोड़ी थी, जिस पर बेनीवाल ने 6 लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की थी.