Jaipur : राजस्थान में हार के कारणों को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को रिपोर्ट सौंप दी. रिपोर्ट में भले ही हार के कारण बताए गए हैं, लेकिन भाजपा नेताओं में कोई भी हार के कारणों की जिम्मेदारी लेने के तैयार नहीं है. प्रदेश भाजपा के नेता हार के लिए सामूहिक रूप से जिम्मेदारी की बात कह रहे हैं, लेकिन दोषी कौन ? के नाम पर चुप्पी साध रहे हैं. आईए बताते हैं आपको हार को लेकर कौन कौन नेता क्या क्या कह रहे हैं.


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भाजपा को थी हैट्रिक की उम्मीद 



लोकसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा की करारी हार हुई. वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में लगातार 25 में से 25 सीटें जीतने वाली भाजपा को इस बार हैट्रिक लगाने की उम्मीद थी. इसके बाद मतगणना हुई तो बीजेपी को जोर का झटका धीरे से लगा की तर्ज पर 14 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. इस अप्रत्यशित चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी के प्रदेश नेता सकते में आ गए. बीजेपी नेताओं ने हार के कारणों पर मंथन शुरू कर दिया. इसको लेकर बीजेपी नेताओं के बीच कई दफा मंत्रणा हुई और हार के कारणों पर सामूहिक चिंतन किया गया. बीजेपी नेताओं ने भी हार के कारणों को अपने अपने हिसाब से गिनाया. वहीं दूसरी और सब नेताओं के बीच एक बात कॉमन थी तो वह कि हार में किसी एक की जिम्मेदारी नहीं होकर सामूहिक रूप से जिम्मेदारी बनती है.


हार के कारणों पर हो रहा मंथन



प्रदेश में चुनाव प्रभारी की गैरमौजूदगी में चुनाव का तमाम काम संभालने वाली बीजेपी की प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर ने कहा कि हार हुई है और हार के कारणों पर चिंतन मनन और मंथन किया जा रहा है. भाजपा में एक रचना के साथ काम करते हैं, सफलता मिलती है तो सामूहिक होती है और सब चूक जाते हैं तो भी जिम्मेदारी सामूहिक होती है. सबके सोचने का विषय है कि आखिर कहां चूक हुई, इस पर विचार मंथन और मनन होगा. करेक्टिव एक्शन भी लिया जाएगा. आगे चलकर अच्छे-अच्छे तरीके से दुरुस्त कैसे करते हैं इसके बारे में सोचेंगे जनता की सेवा में निरंतर रहेंगे.



इसी तरह पार्टी के प्रदेश महामंत्री और भीलवाड़ा से जीते दामोदर अग्रवाल ने कहा कि हार हो या जीत चुनाव में एक ही पक्ष की होना है. इस हार पर बैठकर विचार करेंगे सुधार जैसी बात होगी तो सुधार करके भविष्य में 25 से 25 सीटें जीते इसकी कार्य योजना बनाएंगे. भाजपा सामूहिक नेतृत्व की पार्टी है जीत भी सामूहिक नेतृत्व की होती है और हार में भी हम सब जिम्मेदार हैं. विचार विमर्श करके फैसला करेंगे, अच्छा करेंगे, छोटे-मोटी बात रही तो दूर करेंगे.


हार का प्रमुख कारण किसान आंदोलन- खर्रा 



भजनलाल सरकार के मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि हार के प्रमुख कारण किसान आंदोलन से उपजा असंतोष प्रमुख कारण रहा है, वहीं टिकट वितरण में हुई गलतियों से भी मतदाताओं ने पार्टी से मुंह मोड़ा. प्रदेश में इन सहित पार्टी की हार के बहुत सारे कारण थे. इस तरह के परिणामों के बाद प्रदेश में पार्टी को और कठिन परिश्रम करना पड़ेगा. राजस्थान में बदलाव का कुछ लगता नहीं है पार्टी के केंद्र नेतृत्व का मसला है जो भी विचार करेंगे वही होगा.



भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के समस्त कार्यकर्ता हार की जिम्मेदारी लेते हैं . जो भी चुनाव के निर्णय में शामिल होते हैं, जिम्मेदारी उनकी होती है. किसी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं होती है. गोठवाल ने कहा कि मंत्री किरोड़ी लाल ने जिम्मेदारी ली लेकिन वह हमारे संघर्ष के साथ ही है. वह हमारे साथी बन रहे मंत्रिमंडल बना रहे कोशिश करेंगे . उम्मीद है कार्यकर्ताओं की भावनाओं के अनुरूप केंद्रीय नेतृत्व इस पर विचार करेगा.