Lok Sabha chunav 2024: 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे सभी के सामने होंगे. देश की जनता लोकसभा चुनाव के नतीजों को इंतजार कर रही है. वहीं लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में यूपी की रायबरेली (RaeBareli Lok Sabha Seat,) और अमेठी सीट (Amethi Lok Sabha Seat ) पर चुनाव होगा.  इस सीट पर बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं इसी सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मैदान में हैं. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) यहां राहुल गांधी के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे.


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रायबरेली पहुंचे सचिन पायलट ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. सचिन पायलट ने राहुल गांधी की जीत को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि एकतरफा चुनाव रायबरेली में है. राहुल गांधी रायबरेली सीट से रिकॉर्ड मतों से जीतेंगे.



सचिन पायलट ने कहा कि ना केवल रायबरेली में बल्कि पूरे प्रदेश में इंडिया गठबंधन को राहुल गांधी के चुनाव लड़ने से मजबूती मिल रही है. उन्होंने कहा कि रायबरेली की जनता मन बनाकर बैठी हैं कि राहुल गांधी को जिताना है.  



वहीं बीजेपी पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी सत्ता का दुरूपयोग कर रही है.  साथ ही भाजपा अपनी पूरी ताकत और संसाधन का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि सिंगल और डबल इंजन दोनों ही इस सीट पर लगाए गए लेकिन कुछ नहीं आ रहा क्यों जनता अपना मन बना चुकी है. बता दें कि रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व 20 साल तक सोनिया गांधी ने किया. 


यूपी की अमेठी सीट भी लोकसभा चुनाव में चर्चा का विषय बनी हुई है. वर्तमान में इस सीट से स्मृति ईरानी सांसद हैं. इस बार लोकसभा चुनाव में चर्चा थी कि राहुल गांधी कांग्रेस से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कांग्रेस पार्टी ने केएल शर्मा को स्मृति ईरानी के सामने प्रत्याशी बनाया. तो वहीं बीजेपी ने लगातार इस मुद्दे को उठाया और सवाल किया कि क्यों स्मृति ईरानी के सामने  राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ना चाहते? 



यूपी की रायबरेली और अमेठी सीट बनी अशोक गहलोत और सचिन पायलट की साख का सवाल?


सियासी गलियारों मे चर्चा है कि यूपी की 2 सीटें अमेठी और रायबरेली गहलोत और पायलट की साख का सवाल बन गई हैं. अशोक गहलोत अमेठी सीट के लिए चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हैं.  वहीं रायबरेली की सीट पर सचिन पायलट मोर्चा संभाले हुए हैं. अगले दो दिन पायलट रायबरेली सीट पर चुनावी रणनीति बनाने में अपना योगदान देंगे. साथ ही उनकी जनसभाएं भी प्रस्तावित हैं. सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों ही राजस्थान के दिग्गज नेताओं में शामिल हैं. गहलोत अमेठी तो पायलट रायबरेली में जनसभाएं कर रहे हैं. ऐसे में चर्चा है कि अगर यूपी की रायबरेली सीट और अमेठी सीट पर कांग्रेस हार जाती है तो दोनों नेताओं का सियासी भविष्य संकट में आ सकता है. 


इतना ही नहीं अशोक गहलोत और सचिन पायलट के अलावा राजस्थान के करीब 12 नेता अमेठी और यूपी की अलग अलग सीटों पर चुनावी प्रचार कर रहे हैं.  ऐसे में ये तय माना जा रहा कि इन दोनों सीटों के चुनाव परिणाम इन दोनों नेताओं के सियासी भविष्य को तय कर सकते हैं. हालांकि इस बीच 4 जून के बाद कांग्रेस में भारी उलटफेर देखने को मिल सकते है..पायलट को बड़ी जिम्मेदारी दिये जाने की भी बात कहीं जा रही है.