Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) नजदीक आ रहे हैं. जिसको लेकर कांग्रेस-बीजेपी की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. लेकिन इन दोनों बड़ी पार्टियों में कुछ ऐसे नेता भी हैं, जिनके बीच की रार से पार्टी को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है. राजस्थान की दौसा सीट में बीजेपी सांसद जसकौर मीणा  (Jaskaur Meena) और कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा (Kirori Lal Meena) के बीच का टकराव एक ऐसे ही रार की बानगी हैं.


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नजदीकी को टिकट दिलाना चाहते हैं किरोड़ी लाल


जानकारों का मानना है, कि जसकौर मीणा  (Jaskaur Meena) और कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा (Kirori Lal Meena)  के बीच का टकराव दौसा में वर्चस्व के लिए है. लेकिन, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है, कि इन दोनों के बीच की रार से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. हालांकि दौसा की सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, लेकिन पिछले दो चुनावों में यहां उसे भारतीय जनता पार्टी से हार झेसनी पड़ी है. इसी वजह से जानकार कह रहे हैं, कि अगर दौसा में किरोड़ी लाल के समर्थक खफा हो गए, तो उसका सीधा नुकसान बीजेपी को झेलना पड़ेगा. 



कब क्लियर होगी तस्वीर


राजस्थान लोकसभा चुनाव को लेकर दौसा सीट से प्रत्याशी फाइनल होने के बाद स्थिति साफ हो सकती है, लेकिन BJP के लिए इन दोनों नेताओं का टकराव परेशानी का सबब बना हुआ है. राजनीतिक पंडितों का मानना है, कि दौसा से किरोड़ी लाल मीणा अपने भाई जगमोहन मीणा को टिकट दिलवाना चाहते हैं.


क्या है दौसा को लेकर रार?


राजस्थान की राजनीति पर पैनी नजर रखने वालों का कहना है, कि दौसा लोकसभा सीट ही किसोड़ी और जसकौर के बीज टकराव की मुख्य वजह है. किरोड़ी लाल मीणा (Kirori Lal Meena) दौसा से अपने किसी नजदीकी को टिकट दिलाना चाहते हैं, जबकि जसकौर मीणा वर्तमान सांसद हैं, और वो ऐसा नहीं होने देना चाहतीं. बता दें, कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इन दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए थे. जिसके बाद दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी की थी. हालांकि, किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों के विरोध के बावजूद जसकौर मीणा ने जीत हासिल कर ली थी.