Tonk News: 2008 के परिसीमन के दौरान अस्तित्व में आई टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट पर इस बार रोचक मुकाबला बना हुआ है. 2014 से इस सीट पर बीजेपी के सुखबीर जौनापुरिया सांसद है लेकिन इस बार उन्हें कांग्रेस के हरीश मीणा से टक्कर मिल रही हैं. गुर्जर-मीणा बाहुल्य इस सीट को कब्जाने के लिए कांग्रेस भी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है.


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टोंक लोकसभा का चुनाव भी इस बार बेहद चर्चा में बना हुआ है. टोंक में मुकाबला सीधा कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. बीजेपी के जौनपुरिया लगातार हरीश मीणा पर अपने तीखे बयानों से हमला बोल रहे हैं तो वहीं, कांग्रेस के हरीश मीणा एक रणनीति के तहत स्थानीय मुद्दों को हवा दे रहे हैं. मतदान के नजदीक आते मुद्दों से अलग अब टोंक का चुनाव जातिगत समीकरण की ओर मुड़ गया है.



टोंक में अब गुर्जर-मीणा वोटों का ध्रुवीकरण देखने को मिल रहा है. हरीश मीणा को सचिन पायलट के खेमे से माना जाता है जिसके चलते कांग्रेस मीणा, मुस्लिम और गुर्जर के गठजोड़ को हवा देने में जुटी हैं. पायलट के चलते के यहां गुर्जर वोट बैंक में कांग्रेस अच्छी सेंध लगा सकती है,,तो वही जौनपुरिया को गुर्जरों के साथ बीजेपी के परंपरागत वोट बैंक और मोदी समर्थक युवाओं से उम्मीद हैं. जौनपुरिया अपने चुनाव प्रचार में केंद्र की योजनाओ और मोदी के चेहरे पर वोट करने की अपील करते हैं


टोंक लोकसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में मुद्दों के बजाय ये चुनाव जातिगत समीकरणों में सिमटकर रह गया है. इसका दूसरा इफेक्ट भी है कि अन्य जातियों में चुनाव के प्रति आकर्षण कम हैं. इस सीट पर साइलेंट वोटर और SC ST और मुस्लिम अहम भूमिका निभा सकते हैं.