Jaipur : राजस्थान लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी ने बाड़मेर से कैलाश चौधरी (Kailash Chaudhary) को अपना उम्मीदवार बनाया है. गुरुवार को बाड़मेर में कैलाश चौधरी की नामांकन सभा में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (Rajyavardhan Singh Rathore) ने कहा, कि इनमें मुझे कैलाश नहीं, काशी नजर आता है. इनमें मुझे कैलाश नहीं, राम मंदिर (Ram Mandir) नजर आता है. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के बयान को लेकर चारों ओर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. वहीं, सियासी गलियारों में यह खबर तेज है, कि क्या भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर के नाम पर प्रचार में उतरेगी?


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राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का बयान चर्चा में क्यों?


बता दें, कि राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जिस तरह से बीजेपी ने उत्साह दिखाया था, इसके बाद से ही सभी पार्टियां ये कह रही थीं कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे को भुनान चाहती है.  और अब राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (Rajyavardhan Singh Rathore) के बयान में राम मंदिर और काशी को लेकर आए इस बयान ने अन्य विपक्षी पार्टियों को हमला करने का मौका दे दिया है. राठौड़ के बयान के बाद से राजस्थान में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.



पीएम मोदी को लेकर जनता से की थी ये अपील 



कुछ वक्त पहले कैलाश चौधरी ने लोगों से अपील करते हुए कहा था, कि हो सकता है मेरे से कहीं कोई चूक रही हो और आने में देरी हुई हो, तो मेरी गलती की सजा मेरे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ना हो. क्योंकि देश को ऐसा नेतृत्व भविष्य में दोबारा नहीं मिलेगा. उनके इस बयान के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे, कि कैलाश चौधरी को लोकसभा चुनाव के लिए दोबारा हरी झंडी मिल गई है.