Lok Sabha Elections 2024 : राजस्थान के रण में पीएम मोदी–राहुल गांधी का पहला मुकाबला, मारवाड़ में तेज हुआ चुनाव प्रचार
Lok Sabha Elections 2024 : राजस्थान में बीजेपी-कांग्रेस का चुनाव प्रचार तेज हो गया है. आज पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अलग-अलग जगहों से प्रदेश में हुंकार भरेंगे.
Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : राजस्थान में आज पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की करौली-धौलपुर में सभा है. तो वहीं, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अनूपगढ़ और फलोदी में चुनावी सभाएं होंगी. ऐसे में मेवाड़ में आज का दिन खास रहने वाला है. ये पहली बार है, कि जब पीएम नरेंद्र मोदी भी राजस्थान में हैं और राहुल गांधी भी. हालांकि ये पीएम मोदी का चौथा राजस्थान दौरा है.
बीजेपी-कांग्रेस कर चुके चुनाव प्रचार
इससे पहले 6 अप्रैल को राजस्थान में दो बड़ी सभाएं हुई थीं. जिसमें जयपुर में कांग्रेस की सभा में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे शामिल हुए थे, और उसी दिन अजमेर के पुष्कर में पीएम मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित किया था. पीएम नरेंद्र मोदी आज करौली धौलपुर में बीजेपी प्रत्याशी इंदु देवी जाटव के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने वाले हैं. करौली में पीएम मोदी के साथ मंच पर सीएम भजनलाल शर्मा, डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे, विजया राहटकर समेत कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे.
वहीं, राहुल गांधी आज पहली बार राजस्थान के दौरे पर हैं, और दो चुनावी सभाओं को संबोधित करने वाले हैं. दोपहर 12 बजे वो श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे और 3 बजे फलोदी में चुनावी सभा के मंच पर लोगों को संबोधित करेंगे. राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. ऐसे में आज राजस्थान के रण में पीएम मोदी और राहुल गांधी का पहला मुकाबला है.
करौली-धौलपुर का सियासी गणित
करौली धौलपुर लोकसभा सीट की बात करें तो, कांग्रेस ने साल 2009 में इस सीट पर जीत हासिल की थी. उस समय इस सीट से खिलाड़ी लाल बैरवा सांसद बने थे. करौली धौलपुर लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने 2, कांग्रेस ने 5 और बीएसपी ने 1 सीट यहां से जीती थी. 8 विधानसभा सीट पर इस लोकसभा सीट पर लगभग 3 लाख जाटव वोटर्स हैं. बता दें कि इस सीट पर पुरुष मतदाता करीब 8,45,665 और महिला मतदाता करीब 7,03,997 हैं.
श्रीगंगानगर लोकसभा सीट का चुनावी गणित
श्रीगंगानगर लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी की जीत का मिला जुला असर रहा है. हालांकि, इस सीट पर निहालचन्द चौहान का दबदबा रहा है. उन्होंने इस सीट पर 6 बार चुनाव जीत चुके हैं, जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. निहालचन्द चौहान 1996 से यहां चुनाव लड़ते आ रहे हैं, जबकि उन्हें 1998 और 2009 में हार का सामना करना पड़ा है. राजस्थान की श्रीगंगानगर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट के तहत 8 विधानसभा आती हैं, जिनमें सादुलशहर, गंगानगर, करनपुर, सूरतगढ़, रायसिंह, संगरिया, हनुमानगढ़ और पीलीबंगा विधानसभा सीट शामिल हैं.
श्रीगंगानगर में 1952 में यहां पहला लोकसभा चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस के पन्नालाल विजयी रहे थे. अब तक हुए 16 लोकसभा चुनावों की बात करें, तो इस सीट पर बीजेपी के मुकाबले कांग्रेस ने 10 बार जीत दर्ज की है, लेकिन लोकसभा चुनाव-2019 और 2014 में बीजेपी ने मोदी लहर के तहत कांग्रेस को इस सीट से बाहर ही रखा है.