Loksabha Election 2024 : चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक पार्टियां तरह-तरह के समीकरण बैठाती नजर आती हैं. देश के सबसे बड़े चुनाव को लेकर भी यही देखने को मिल रहा है. जहां कांग्रेस की अगुवाई में INDIA गठबंधन लोकसभा में किस्मत आजमाने जा रहा है, तो वहीं, बीजेपी भी अपने सहयोगियों को इकट्ठा करने में जुटी हुई है. इन दिनों उत्तर प्रदेश में बीजेपी-रालोद के गठबंधन की खूब चर्चा हो रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है, कि इस गठबंध का असर UP से इतर, राजस्थान और हरियाणा सहित अन्य रोज्यों में भी देखने को मिल सकता है. 


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BJP-रालोद गठबंधन से राजस्थान में क्या होगा असर


लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी समेत देश की तमाम पार्टियों ने सियासी बिसात बिछानी शुरू कर दी है. राजनीतिक जानकारों का मानना है, कि इसी के चलते रालोद का समाजवादी पार्टी से अलग होना करीब-करीब तय माना जा रहा है. बताया जा रहा है, कि जल्द बीजेपी-रालोद के गठबंधन की खबरें सामने आ सकती हैं. 



सूत्रों की मानें तो, इस गठबंधन में राष्ट्रीय लोक दल से 4 लोकसभा सीट और एक राज्य सभा सीट पर सहमति बनने की बात की जा रही है. जानकारों का यह भी मानना है, कि अगर बीजेपी-रालोद के बीच बात बन गई, तो इसका असर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा पंजाब, हिमाचल और मध्य प्रदेश तक असर देखने को मिलेगा. राजनीतिक विशेषज्ञ इसे एनडीए के लिए लोकसभा चुनाव 2024 में एक सटीक दांव की तरह देख रहे हैं. माना जा रहा है, कि राजस्थान और हरियाणा में इस गठबंधन का सबसे बड़ा असर देखने को मिलेगा, क्यों कि यहां के जाट समाज में चौधरी चरण सिंह के प्रति खासा सम्मान है.


राजस्थान-हरियाणा में जाट फैक्टर


जानकारों का मानना है, कि राजस्थान में जाटों की जनसंख्या करीब 10 प्रतिशत है. बताया जाता है, कि राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, चूरू, सीकर, नागौर,  बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, हनुमानगढ़ और जयपुर समेत कई जिलों में जाटों की अच्छी तादाद है.