Jaipur Rural Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) का बिगुल बज चुका है. इसको लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भी कर दिया है. राजस्थान में चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है. ऐसे में देखना ये है, कि जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर बीजेपी का दबदबा कायम रहेगा, या फिर कांग्रेस बाजी मार लेगी. बता दें, कि इस सीट पर कांग्रेस में युवा नेता अनिल चोपड़ा को अपना प्रत्याशी बनाया है. तो, बीजेपी ने  अभी अपने उम्मीदवार का नाम उजागर नहीं किया है. 


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कब बनी जयपुर ग्रामीण सीट?


पिछले चुनाव में तो बीजेपी का ही बोलबाला था. इस बार सबकी निगाहें फिर राज्य पर टिकी हैं. राजस्थान में 25 लोकसभा सीटें हैं, जिन पर 2 चरणों में चुनाव होने हैं. इनमें से एक है जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट. यह एक जनरल कैटेगरी की सीट है. परिसीमन के बाद साल 2008 में यह सीट अस्तित्व में आई थी. यानी पहला लोकसभा चुनाव इस सीट पर 2009 में हुआ था. जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के तहत 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं- ये हैं-कोटपुतली, विराटनगर, शाहपुरा, फुलेरा, झोटवाड़ा, अंबर, जमवा रामगढ़ और बानसूर. 



इस सीट पर यादव समुदाय और उसके पास जाटों का दबदबा है. इसके अलावा यादव या अहीर समुदाय की कोटपुतली, शाहपुरा, झोटवाड़ा, विराटनगर, अंबर में सबसे ज्यादा आबादी है. साथ ही फुलेरा, जमवा रामगढ़ में आबादी 3 लाख से भी ज्यादा है.  जयपुर ग्रामीण में साक्षरता दर 64.23 प्रतिशत है. इस सीट में  अलवर और जयपुर जिले का हिस्सा भी आता है.



क्या है जयपुर ग्रीमण में सीट का समीकरण?


सीट पर सबसे ज्यादा 15.7 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है, इसके बाद अनुसूचित जनजाति की आबादी 8.7 फीसदी है. मुसलमानों की आबादी 3.1 फीसदी और जैन की आबादी 1.12 प्रतिशत है. सिखों की बात करें तो 0.47 फीसदी और बौद्ध 0.04 प्रतिशत है.  


जयपुर ग्रामीण सीट पर किसका रहा दबदबा?



जानकारी के अनुसार, साल 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के लालचंद कटारिया जीते. इसके बाद 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्यवर्धन सिंह राठौर को जीत मिली. 2009 के चुनाव में लालचंद कटारिया को 278,266 वोट और बीजेपी के राव राजेंद्र सिंह को 2,26,029 वोट मिले थे. 2014 में बीजेपी ने राज्यवर्धन सिंह राठौर को इस सीट से टिकट दिया और उनको 6,32,930 वोट मिले. जबकि कांग्रेस के सीपी जोशी 3,00,034 वोटों पर ही सिमट गए. 2019 में प्रचंड मोदी लहर दिखी और राज्यवर्धन सिंह को 8,20,132 वोट मिले. जबकि कांग्रेस के कृष्णा पूनिया 4.26,961 वोट ही हासिल कर पाए.