Lok Sabha Election : अलवर के दंगल में इस बार दो यादवों के बीच मुकाबला, समझिए अलवर सीट पर यादव पॉलिटिक्स का इतिहास
Rajasthan Lok Sabha Election : अलवर के दंगल में इस बार दो यादवों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. अलवर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने राजनीति के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मैदान में उतारा है. भूपेंद्र यादव को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने युवा नेता और मुंडावर के विधायक ललित यादव को खड़ा कर चुनौती देने के लिए एड़ी चोटी लगा दी है.
Rajasthan Lok Sabha Election : अलवर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र राजस्थान राज्य के 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. अलवर लोकसभा सीट पर यादवों का दबदबा रहा है. अलवर लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं- तिजारा, किशनगढ़, मुंडावर, बहरोड़, अलवर ग्रामीण (एससी), अलवर शहरी, रामगढ़ और राजगढ़.
अलवर संसदीय सीट पर आजादी के बाद से अब तक हुए कुल 16 आम चुनावों में 10 बार कांग्रेस, 3 बार बीजेपी, 1 बार जनपा दल, 1 बार भारतीय लोकदल और 1 बार निदर्लीय का कब्जा रहा है. अलवर लोकसभा सीट पर कुल 20 लाख मतदाता है.
अलवर लोकसभा सीट की बात करें तो यह सीट हरियाणा से सटी हुई है. अलवर की सियासत को समझने के लिए यहां के राजनीतिक गणित के तोड़ जोड़ को को जानना बेहद जरूरी है. अलवर की मिट्टी ने कई बड़े-बड़े नेता देश को नई दिशा दी हैं. अलवर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने राजनीति के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मैदान में उतारा है.
भूपेंद्र यादव को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने युवा नेता और मुंडावर के विधायक ललित यादव को खड़ा कर चुनौती देने के लिए एड़ी चोटी लगा दी है. दोनों ही नेता पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. भूपेंद्र यादव की बात करें तो ये अजमेर से ताल्लुक रखते हैं. 2012 में बीजेपी ने उन्हें राजस्थान से राज्यसभा का सदस्य बनाया. साल 2018 में वह फिर से राज्य सभा सांसद बने.
2019 चुनाव आयोग के अनुसार अलवर में मतदाता की संख्या 20,87,032 थी. जिसमें 10,99,214 पुरुष मतदाता और 9,87,797 महिला मदताओं की संख्या थी. अलवर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की कुल जनसंख्या 27,48,840 है जिसमें ग्रामीण 76.83 फीसदी, शहरी 23.17 फीसदी, एससी 17.73 फीसदी और एसटी 5.78 फीसदी शामिल हैं.
2019 का जनादेश
2019 लोकसभा चुनाव में अलवर सीट से बीजेपी के प्रत्याशी बालक नाथ ने 7,60,201 वोटों के साथ जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था. भंवर जितेंद्र सिंह को 4,30,230 मिले, वही बीएसपी के उम्मीदवार इमरान खान को 56,649 वोट मिले थे. इस चुनाव में कुल 66.82 फीसदी वोटिंग हुई थी.
2018 उपचुनाव का जनादेश
अलवर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद चांद नाथ के निधन के बाद 2018 की शुरुआत में उपचुनाव हुए थे. इस चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों की तरफ से यादव उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. कांग्रेस की तरफ से पूर्व सांसद डॉ करन सिंह यादव ने बीजेपी के पूर्व सांसद डॉ जसवंत सिंह यादव को 1,96,496 मतों के भारी अंतर से पराजित किया. कांग्रेस के करन सिंह यादव को 6,42,416 और बीजेपी के जसवंत सिंह यादव को 4,45,920 वोट मिले थे.
2014 का जनादेश
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के दौरान बीजेपी उम्मीदवार चांदनाथ ने कांग्रेस सांसद और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह को 2,83,895 मतों के भारी अंतर से पराजित किया. बीजेपी से चांदनाथ को 6,42,278 और कांग्रेस से जितेंद्र सिंह को 3,58,383 वोट मिले थे.