Deedwana, Nagaur News: नागौर की खेल नगरी डीडवाना में बड़े खेल आयोजनों में 44 वीं राष्ट्रीय जूनियर गर्ल्स हैंडबॉल प्रतियोगिता का एक और नाम जुड़ गया है. इस आयोजन से खेल नगरी के अपने उपनाम को एक बार फिर से डीडवाना ने सार्थक कर दिया है. डीडवाना में बास्केटबॉल सहित अन्य खेलों के बड़े आयोजन अक्सर होते रहते हैं, इसी वजह से प्रदेश में इसकी पहचान खेल नगरी के रूप में हैं.


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स्थानीय मिर्धा पार्क में 44वीं राष्ट्रीय जूनियर हैंडबॉल प्रतियोगिता (बालिका) के शुभारम्भ समारोह को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक चेतन सिंह डूडी ने कहा कि खेलों के प्रति आई जागृति ने न केवल देश की झोली स्वर्ण पदकों से भरी है अपितु युवाओं को कामयाबी के शिखर पर पहुंचाने का एक ऐसा माध्यम भी उपलब्ध करवा दिया है, जहां आपका शारीरिक श्रम आपको बुलंदियों तक पहुंचा देता है.


डूडी ने कहा कि 20 वीं सदी के अंत तक भी यही सुनने को मिलता था कि खेलोगे कूदोगे तो खराब हो जाओगे लेकिन आज समय बदल गया है, स्वयं सरकार खेलों को लेकर गम्भीर है. हाल ही में राजस्थान में ग्रामीण ओलंपिक सम्पन्न हुए हैं, जिसमें इक्कीस लाख खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.


समारोह की विशिष्ट अतिथि अंतरराष्ट्रीय घुड़ सवार सायमा सैय्यद ने कहा कि खेलों के माध्यम से स्वयं को स्थापित करने के लिए आप स्वयं को ही आगे आना होगा. पढ़ने के लिए हर परिजन प्रेरित करते हैं लेकिन, खेलने के लिए प्रेरित करने वालों की संख्या बहुत कम है. ऐसे में आपको आगे आकर अपना लोहा मनवाना होगा. सायमा ने कहा कि लड़की होना कमजोरी नहीं है, इसे ही ताकत बनाकर आगे बढ़ना होगा तभी आप अपना वर्चस्व स्थापित कर पाओगे.


संतों का आगमन, निकाली रैली


आगामी 15 जनवरी तक चलने बाली इस राष्टीय चैम्पियनशिप में लिचाना धाम के महंत स्वामी महाराज सीताराम दास , हाथोज धाम के मठाधीश  बालमुकन्दाचार्य (बड़ा मदिर), पलसाना पीठ के मनोहर शरण दास  के साथ दर्जनों की तादात में साधु संतों का आगमन हुआ. जो दोजराज गणेश मंदिर से समस्त खिलाड़ियों के साथ एक रैली के रूप में नगर भ्रमण करते हुए मिर्धा पार्क पहुंचे. जहां विभिन्न रंगा रंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आगाज हुआ.


अनेकता में एकता की झलक आयी नजर


इस प्रतियोगिता में जम्मू कश्मीर, केरल, बिहार, उत्तराखंड, गुजरात, दिल्ली, गोवा, दमन दीव सहित बीस से ज्यादा प्रदेशों की टीमों का आगमन हुआ है.विभिन्न प्रदेशों से आई खिलाड़ियों ने अपनी मातृ भाषा और संस्कृति का जब स्थानीय मिर्धा पार्क में परिचय दिया तो, अनेकता में एकता का दर्शन हर किसी को दिखाई देने लगा.


इस दौरान हैंडबॉल फैडरेशन ऑफ इंडिया के जॉइंट सेकेट्री प्रीतपाल सिंह सालूजा, एडहॉक कमेटी के शम्भू सिंह तंवर, आयोजन सचिव डॉ. सोहन चौधरी, अनिल मोट, मकसूद खान, डॉ. बजरंग सिंह राठौड़, अकरम पठान, अयूब पठान आदि उपस्थित रहें.


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