Deedwana News, Nagaur : सरकार की तरफ से किसानों के मूंग समर्थन मूल्य पर खरीदने की प्रक्रिया धीमी चल रही है. राजफैड की तरफ से बारदाना सप्लाई नहीं होने के चलते सबसे बड़े मूंग उत्पादक जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग खरीद बीते सात दिनों से अटकी है.


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जिले के 17 केंद्रों पर मूंग खरीद शुरू होनी थी, उनमें से 10 केंद्र ऐसे हैं, जहां सात दिनों में एक भी किसान से मूंग खरीद नहीं हो पाई है. दरअसल, ऐसे हालात इसलिए पैदा हुए है कि केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी राजफैड की तरफ से 1 नवंबर से खरीद शुरू होने तक केंद्रों पर बारदाना तक नहीं भिजवाया.


बड़ी लापरवाही यह सामने आई है कि खरीद शुरू हुए 7 दिन बीतने के बावजूद केंद्रवार पर्याप्त बारदाना नहीं पहुंचा. हालात यह है कि प्रदेश में सर्वाधिक नागौर जिले के 30 हजार 870 किसान टोकन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, जिसमें से 1764 किसानों को खरीद के लिए दिनांक अलॉट की जा चुकी है.


मगर अब तक 500 किसानों से भी मूंग खरीद नहीं हो पाए हैं. ऐसे में किसानों को टोकन कटवाने के बाद बुलाया उनको मना किया गया. डीडवाना में 1 नवम्बर से शुरु हुए टोकन अब तक 2442 कट चुके है और तुलाई 4 नवम्बर को शुरू की गई. 164 किसानों के मूंग तुलाई के लिए टोकन जारी हो चुके हैं. जिनमें से अब तक 60 किसानों का 1200 क्विंटल मूंग की तुलाई हो चुकी है.


इस बार भी एक कम्पनी को टेंडर देकर ग्रेडिंग करवाई जा रही है. वही क्रय विक्रय समिति और मूंग खरीद के प्रभारी द्वारा राजफैड से 1 लाख 80 हजार बैग की मांग दो बार की जा चुकी है, मगर अब तक बारदाना सप्लाई नही हो सका.


 प्रभारी द्वारा 4500 बैग कुचामन से मंगवाकर मूंग तुलाई की जा रही है. मूंग बेचने आ रहे किसानों को बारदाना सप्लाई नहीं होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें मजबूरन दो से तीन दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है.


रिपोर्टर- हनुमान तंवर  


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