डीडवाना: जिला बनाने की मांग को लेकर बंद रहा सफल, विधायक चेतन डूडी धरना स्थल पर पहुंचे
डीडवाना को जिला बनाने की मांग को लेकर आज सर्वदलीय बंद के आह्वान का व्यापक असर डीडवाना में देखने को मिला. इस दौरान डीडवाना के बाजार पूरी तरह से बंद नजर आए वहीं उपखंड कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया.
Deedwana News: प्रदेश सरकार के अंतिम बजट में नए जिलों की घोषणा की संभावना को देखते हुए प्रदेश भर में अलग अलग क्षेत्रों में आंदोलन हो रहे हैं. नए जिलों की घोषणा को लेकर बनाई गई रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है लेकिन अभी से ही जिलों की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हो चुके हैं. आज डीडवाना में भी सर्वदलीय आह्वान पर डीडवाना शहर पूरी तरह से बंद रहा. इस दौरान बंद का व्यापक असर देखने को मिला. दुकानों और बाजार के साथ ठेले और थडियां भी पूरी तरह से बंद के समर्थन में नजर आए.
13 जनवरी को आयोजित सर्वदलीय बैठक में डीडवाना बंद का आह्वान किया गया था जिसे व्यापारिक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया और जिला बनाने की मांग को लेकर एक दिन के लिए सांकेतिक बंद का आह्वान किया गया था. जिसके तहत आज डीडवाना बंद रखा गया. इस दौरान कोर्ट परिसर के बाहर सर्वदलीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया. जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधि भी धरने में पहुंचे वहीं डीडवाना विधायक चेतन डूडी भी धरना स्थल पर पहुंचे. इस दौरान डूडी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि डीडवाना को जिला बनाने के लिए प्रयासों में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी.
उन्होंने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर वे खुद रामलुभाया कमेटी और स्वयं मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर अपनी बात रख चुके हैं. इसके अलावा अब एक सर्वदलीय संघर्ष समिति का डेलिगेशन बनाकर भी वापस मुख्यमंत्री से मुलाकात और रामलुभाया कमेटी से मुलाकात की बात कही. धरने पर पर बैठे वक्ताओं ने कहा कि डीडवाना को जिला बनाने की मांग पिछले 4 दशक से की जा रही है. हर बार सरकारें कमेटियां गठित करती है और अब तक जो भी कमेटियां सरकार द्वारा बनाई गई है. उनकी रिपोर्ट डीडवाना के पक्ष में रही है और डीडवाना हर दृष्टि से जिला बनने की योग्यता रखता है.
ये भी पढ़ें- 7 साल में क्यों जयपुर नहीं बन पाया स्मार्ट? डायरेक्टर ने बताई इसकी पीछे की बड़ी वजह
ऐसे में सरकार किसी राजनीतिक दबाव में डीडवाना के अलावा किसी अन्य क्षेत्र को जिला घोषित करती है तो वो डीडवाना की जनता के साथ कुठाराघात होगा जो किसी हाल में स्वीकार्य नहीं है. डीडवाना की जिला बनाने के लिए हमे जिस भी हद तक जाना पड़ा हम जायेंगे और जरूरत पड़ी तो बड़ा आंदोलन भी करेंगे.