Rajasthan News: पूर्ववर्ती कांग्रेस राज्य सरकार ने प्रदेश के कई शहरों में इंदिरा रसोई की स्थापना की थी, ताकि गरीब तबके के लोगों को मात्र 8 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध हो सके. बाद में इसे विस्तार देते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में भी खोल दिया गया, जिससे ग्रामीण इलाकों के गरीब लोगों को भी दोनों समय भरपेट भोजन मिल सके. हालांकि, प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद इंदिरा रसोई का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई रख दिया गया, लेकिन सरकार की यह योजना भी लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने लगी है. 


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कई दिनों से बंद पड़ी है अन्नपूर्णा रसोई
डीडवाना जिले की ग्राम पंचायत बालिया से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां अन्नपूर्णा रसोई पिछले कई दिनों से बंद पड़ी है. इस कारण जहां गरीबों को सस्ती दर पर भोजन उपलब्ध नहीं हो रहा है, वहीं दूसरी ओर रसोई को खोले बिना ही लाभार्थियों के नाम से टोकन जारी किए जा रहे हैं. इससे गरीबों को दो टाइम का भरपेट भोजन भी नहीं मिल पा रहा है. वहीं, सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है. 


गरीबों के लिए नियमित रूप से भोजन उपलब्ध करवाने के निर्देश
ऐसे में इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया है और अन्नपूर्णा रसोई को नियमित रूप से चालू रखने की मांग की है. साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. इस बारे में ग्राम पंचायत के सरपंच वसीम अकरम और पंचायत समिति के विकास अधिकारी गणेश राम जाखड़ का कहना है कि इस मामले की पूरी जांच करवाई जाएगी और अन्नपूर्णा रसोई को खोलकर गरीब तबके लोगों के लिए नियमित रूप से भोजन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए जाएंगे.


रिपोर्टर- दामोदर इनानिया


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