नागौरः आरएसएलडीसी अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. आरुषी मलिक ने नागौर में आईटीआई केंद्र के निरीक्षण के दौरान केंद्र  पर मौजूद मूलभूत सुविधाओं और विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों से विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की बारीकी से जानकारी ली. इस दौरान डॉ. मलिक ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए हमेशा बड़ा लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर तैयारी अभ्यास करने की सीख दी. इस दौरान उन्होंने आरएसएलडीसी अधिकारी को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में आधारभूत सुविधाएं सुदृढ़ करने और लोकप्रिय ट्रेड में ज्यादा प्रशिक्षणार्थियों को प्रवेश देने के निर्देष दिए. इससे पूर्व डॉ. मलिक ने सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा की. 


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गौरतलब है कि डॉ. मलिक खरनाल में तेजाजी महाराज के मंदिर पर प्रस्तावित तेजाणा निर्माण के शिलान्यास समारोह में पहुंची. जहां से वे नागौर सर्किट हाउस पहुंची. समाज के नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया. इसके बाद विस्तृत चर्चा की. इस दौरान डॉ. मलिक ने कहा कि सभी को मिलकर समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर करना चाहिए, इसके लिए सकारात्मक प्रयास की शुरुआत आज भी की जा सकती है. किसी भी अच्छे काम के लिए कभी गहन विचार करने की बजाय उसे अमल में लाने पर जोर रहना चाहिए.


इससे पूर्व डॉ. मलिक ने विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले में विद्यार्थियों को शिक्षा देने के साथ-साथ कौशल प्रशिक्षण भी उपलब्ध करवाने चाहिए, ताकि अभ्यर्थी हुनरबंद बने. स्वयं के स्तर पर रोजगार हासिल कर सकें. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना, मुख्यमंत्री युवा संबल योजना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, पीडीओटी, आई.एम. शक्ति कौशल सामथ्र्य योजना की जानकारी प्रत्येक विद्यार्थी तक पहुंचाने और विद्यार्थियों को इन योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देष दिए. 


इस दौरान बीआर मिर्धा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शंकरलाल जाखड़ ने वर्तमान की शिक्षा में स्किल के महत्व पर चर्चा करते हुए आवश्यक सुधार लाने के सुझाव दिए. उपभोक्ता आयोग के सदस्य बलवीर खुड़खुड़िया ने उपभोक्ताओं के अधिकारों व बाल विकास के संबंध में और रामप्रकाश बिषु ने भिक्षावृति कर रहे बच्चों को शिक्षा दिलवाने के संबंध में आवश्यक चर्चा की.


पौधरोपण सबसे अहम कार्य
नागौर जिले के दौरे के दौरान सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए डॉ. मलिक ने कहा कि वर्तमान समय में पौधरोपण को बढ़ावा देना चाहिए. इससे प्रकृति को बचाया जा सके. इस दौरान उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण करने और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया.


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इस मौके पर पदमश्री हिम्मताराम भांभू, बीआर मिर्धा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शंकरलाल जाखड़, महिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रेमसिंह बुगासरा, आरएसएलडीसी के डीसी नरेश जांगिड़, एडवोकेट बलवीर खुड़खुड़िया, समाजसेवी रामप्रकाश बिस्सु, दिनेश देवड़ा, शारीरिक शिक्षक रमेश पोटलिया, पार्षद एडवोकेट गोविन्द कड़वा सहित आईटीआई स्टाफ मौजूद रहा.



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Reporter- Hanuman Tanwar