नसीराबाद: फतेहपुरा में लंपी स्किन डिजीज से गौपालक चिंतित, ग्रामीणों ने की मां शीतला की पूजा
पीसांगन उपखंड क्षेत्र के फतेहपुरा में गौवंश में दिनों दिन पैर पसारती लंपी स्किन डिजीज से बचाव को लेकर ग्रामीणों ने चिकित्सकीय उपचार जारी किए हुए हैं.
नसीराबाद: पीसांगन उपखंड क्षेत्र के फतेहपुरा में गौवंश में दिनों दिन पैर पसारती लंपी स्किन डिजीज से बचाव को लेकर ग्रामीणों ने चिकित्सकीय उपचार जारी किए हुए हैं. साथ ही सुबह होने से पूर्व ही मां शीतला के दरबार में हाजरी देकर मां की पूजा अर्चना कर गौवंश के साथ ही सर्व मंगल की कामना की. रामपुरा डाबला सरपंच सीमा चौधरी के मुताबिक प्रदेश के साथ ही क्षेत्र में गौवंश में फैलते लंपी चर्म रोग से गौवंश के बचाव को लेकर फतेहपुरा के ग्रामीणों ने मां शीतला के दरबार में हाजिर देकर मां शीतला को बास्योड़ा का भोग लगाया है. मां शीतला से गौवंश की लंपी चर्म रोग से प्राकृतिक रूप से सुरक्षा करने की गुहार लगाते हुए सर्व मंगल की कामना की.
इस दौरान ग्रामीणों ने मां शीतला को बास्योड़ा का भोग लगाने के बाद दिनभर बास्योड़ा भोजन को मां शीतला के प्रसाद के रूप में ग्रहण किया. फतेहपुरा निवासी पारसीदेवी,ललितादेवी,इंद्रादेवी,जेठीदेवी,सुप्यारीदेवी,शारदादेवी समेत अन्य ग्रामीण महिलाओं ने गौवंश में फैले लंपी चर्म रोग को प्राकृतिक प्रकोप बताते हुए कहा कि लंपी चर्म रोग बड़ी माता हैं.
मां शीतला की पूजा अर्चना से इस रोग पर काबू पाया जा सकता है. इसलिए उनके द्वारा बड़ी माता के प्रकोप को शांत करने के लिए ही मां शीतला के दरबार में हाजरी देकर मां की पूजा अर्चना कर मां से गौवंश की सुरक्षा के साथ ही सर्व मंगल की कामना की गई हैं.
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