Merta: आत्महत्या प्रकरण मामले में चौथे दिन भी शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका. पुलिस के आला अधिकारी थाना क्षेत्र का हवाला देकर धरना समाप्त करने का प्रयास करते रहे. धरना समाप्त कराने के लिए वार्ताओं के सभी दौर बेनतीजा रहे. दोपहर को बाजार बंद के बाद देर शाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ने शिष्ट मंडल से वार्ता कर 5 दिन का समय मांगते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन बात नहीं बन पाई. 


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मेड़ता मोर्चरी के बाहर गत 3 दिनों से धरना देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे परिजनों और ग्रामीणों ने धरना लंबे समय तक जारी रखने की कवायद शुरू कर दी है. वार्ता के कई दौर विफल रहने के बाद ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक धरना जारी रखने का मनसा बना लिया. 


इसको लेकर धरना स्थल का टेंट बढ़ाया जा रहा है . स्थानी पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल के थाना क्षेत्र द्वारा कार्रवाई करने की मजबूरियां बताते हुए समझाइश से धरना समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं, तो वही ग्रामीण पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा रहे हैं. 


कानूनी दांवपेच में फंसे मामले में मृतक का शव गत 4 दिनों से अंतिम संस्कार को तरस रहा है, तो वहीं पुत्र और पति के अंतिम दर्शन के लिए मृतक की मां और पत्नि की आंखें पथराने लगी है. सनद रहे कि 13 जून को जयपुर के होटल में मेड़ता उपखंड क्षेत्र के धनेरिया लील गांव के एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या से पहले अपने मित्र से की गई बात का ऑडियो और सुसाइड नोट में लिखे गए आरोपियों के नाम की मांग को लेकर मृतक के पिता देवकरण डूकिया और ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. 


आत्महत्या के इस मामले में एक बार फिर थाना क्षेत्र का विवाद पुलिस प्रशासन के लिए गले की फांस बन गया है. अनशन समाप्त कराने के लिए आला अधिकारियों के प्रयास सफल होते नजर नहीं आ रहे है. 


Reporter- Damodar Inaniya


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