Nagaur News: अपनी संस्कृति के लिए दुनियाभर में मशहूर राजस्थान एक बार फिर सुर्खियों में है. शादी के दौरान भात (मायरा) भरने की परंपरा प्राचीन काल से चलती आ रही है, लेकिन राजस्थान में भात-मायरा को शादी में सबसे ज्यादा तवज्जो दी जाती है. भाई अपनी बहन के बेटे-बेटी की शादी में मायरे की रस्म निभाता है. अब राजस्थान के नागौर के गुढ़ा भगवानदास गांव में तत्कालीन नागौर एसपी परिस देशमुख व नागौर पुलिस के जवानों द्वारा साथी कमांडो शहीद खुमाराम कस्वा की बहन की शादी में भरा गया मायरा चर्चा में है. शहीद कमांडो खुमाराम कस्वा के भाई-बहन की शादी में भाई की कमी ना हो इसके लिए शहीद कमांडो खुमाराम के बैंच के सभी साथी के साथ जयपुर पुलिस उपायुक्त व तत्कालीन नागौर एसपी परिस देशमुख ने भाई का फर्ज निभाया. 


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21 मार्च 2016 का दिन आज भी वो दिन याद है, जब कुख्यात बदमाश आनंदपाल को पकड़ने के लिए नागौर पुलिस द्वारा पीछा किया गया और रूकवाने की कोशिश की गई तो बदमाश आनंदपाल ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें क्यूआरटी कमांडो खुमाराम और हरेंद्र के गोली लग गई. इसमें कमांडो खुमाराम कस्वा ने शहादत दे दी और कमांडो हरेंद्र घायल हो गए थे. उसके कुछ माह बाद ही रक्षाबंधन का पर्व आया तब नागौर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक व जयपुर पुलिस उपायुक्त परिस देशमुख व साथी पुलिसकर्मियों ने शहीद कमांडो खुमाराम कस्वा के घर पहुंच कर भाई का फर्ज निभाते हुए शहीद की बहन से राखी बंधवाई और भाई का फर्ज निभाने का वचन दिया था.


नागौर पुलिस के जवान ने एक दिन की तनख्वाह 7.51 लाख रुपए का चैक खुमाराम की मां को सौंपा था. उस दौरान खुमाराम की मां भावुक हुई ,तो एसपी और पुलिस के जवानों ने हर संभव सुरक्षा और सहायता देने का वचन दिया था. उसके बाद देशमुख ने विभागीय स्तर पर प्रयास करके नागौर रेलवे स्टेशन के बाहर शहीद खुमाराम की मूर्ति स्थापित करवाई थी.


बहन की शादी में एसपी भाई ने पहुंचकर भरा पुलिस की ओर से भात
अपने साथी शहीद कमांडो खुमाराम कस्वा की बहन की शादी में भाई की कमी ना हो इसलिए नागौर पुलिस और शहीद के साथी पुलिस कर्मियों ने अनूठी पहल करते हुए शहीद के घर पहुंच कर एक लाख 51 हजार , एक सोने का हार , चांदी के पायजेब और एक ट्रोली बैग देकर मायरा पूरे राजस्थानी रीति-रिवाज के साथ भरा गया. 


इधर शहीद के साथी महिला कांस्टेबल भी राजस्थानी वेशभूषा में नजर आई और मायरे के गीत गाकर पूरे रीति-रिवाज के साथ जयपुर पुलिस उपायुक्त परिस देशमुख के साथ मायरा भरा. इस दौरान शहीद कमांडो खुमाराम कस्वा की बहन ने नागौर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख सहित पुलिस कर्मियों के तिलक लगाकर भाइयों का स्वागत किया. वहीं तत्कालीन नागौर एसपी परिस देशमुख व जयपुर उपायुक्त परिस देशमुख ने शहीद की बहन को चुनडी ओढ़ाकर और उपहार देकर भाई का फर्ज निभाया. इस दौरान जयपुर पुलिस उपायुक्त परिस देशमुख , खींवसर एसडीएम धीरज कुमार , खींवसर तहसीलदार , राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी जिलाध्यक्ष हनुमान भाकर , यूथ क्लासेज एंड डिफेंस एकेडमी संचालक महेंद्र गालवा , युवा समाजसेवी मांगीलाल कुरडिया कमांडो सहित नागौर पुलिस टीम व ग्रामीण मौजूद रहे. 


यूथ एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी ने युवाओं के साथ मिलकर चलाई मुहिम
आर्थिक सहयोग के लिए सोशल मीडिया पर यूथ एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष महेन्द्र गालवा, मांगीलाल कमांडो व साथी पुलिस कर्मियों ने मुहिम चलाकर धन जुटाकर शहीद की बहन की शादी में आर्थिक सहयोग देने के लिए सोशल मीडिया पर युवाओं से आह्वान किया. इसके बाद कई युवाओं और समाजसेवियों ने आर्थिक मदद की. वहीं, यूथ क्लासेज एंड डिफेंस एकेडमी के संचालक महेंद्र गालवा ने इससे पहले शहीद खुमाराम कस्वा की पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया था. 


जयपुर पुलिस उपायुक्त परिस देशमुख ने पुलिस के लिए कहीं यह बात
नागौर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक व जयपुर पुलिस उपायुक्त परिस देशमुख ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुख्यात बदमाश आनंदपाल को पकड़ने के दौरान हमारे जांबाज सिपाही खुमाराम कस्वा ने अपना बलिदान दे दिया और आज पुलिस का हर जवान उनके परिवार के साथ है. पुलिस द्वारा हर संभव मदद की जा रही है और आज नागौर पुलिस ने साथी की बहन व भाई को शादी की शुभकामनाएं और आशीर्वाद देने पहुंचे है. नागौर जिले के जायल के खिंयाला गांव में कई सालों पहले भरा गया मायरे को आज भी लोग याद करते हैं और गीतो में भी इस मायरा का जिक्र होता है. चर्चा में रहे इस मामले को जायल खिंयाला के चौधरी ने लिछमा गुजरी के मायरा भरा था. 


Reporter- Damodar Inaniya