मेड़ता: घर के सामने टेंट का पोल लगाने पर दो पक्षों में विवाद, 9 लोग गिरफ्तार
मेड़ता शहर के राव दूदा मार्ग स्थित सिलमंगरों मस्जिद के सामने टेंट का पोल लगाने की बात को लेकर हुई कहासुनी ने दो समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न कर दिया.
Merta: नागौर के मेड़ता शहर के राव दूदा मार्ग स्थित सिलमंगरों मस्जिद के सामने टेंट का पोल लगाने की बात को लेकर हुई कहासुनी ने दो समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न कर दिया. मौके पर पहुंचें पुलिस-प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों द्वारा समझाइए के दौरान उत्पाती लोगों द्वारा पथराव किए जाने से 3-4 पुलिसकर्मियों को चोट पहुंची.
मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने 9 लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. साथ ही, पुलिस ने 100-150 लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए.
धार्मिक नगरी मेड़ता पर धार्मिक उन्माद का ग्रहण लगने से यहां की शांति और सुकून भरी जिंदगी विवादों में उलझ कर रह गई. सोमवार की देर रात एक वर्ग विशेष के धार्मिक कार्यक्रम को लेकर की जा रही तैयारियों के चलते टेंट का पोल लगाने की बात से शुरू हुआ विवाद धार्मिक नारेबाजी और पत्थरबाजी तक पहुंच गया. कानून व्यवस्था बनाने पहुंची पुलिसकर्मी भी हादसे के शिकार हो गए.
मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ,डीडवाना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमल नेहरा ,डेगाना व मेड़ता वृर्ताधिकारी नंदलाल सैनी और मदनलाल जैफ सहित मेड़ता रोड, गोटन ,थांवला, पादूकला, पीलवा, भावण्डा ,कुचेरा और मूण्डवा थाने का पुलिस बल कानून व्यवस्था के लिए तैनात किया गया.
उत्पाती युवकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 9 लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर 100-150 लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान करने सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं. पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर की कई लोगों के भूमिगत होने की खबरें भी सामने आ रही है, जबकि भाजपा पार्षदों द्वारा ज्ञापन देकर जनप्रतिनिधियों एवं सीएलजी सदस्य के खिलाफ गिरफ्तारी पर रोक की मांग करते हुए पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की है.
जागरूक नागरिकों का मानना है कि गणेश शोभा यात्रा के दौरान उपजे विवाद के पश्चात पुलिस प्रशासन की मध्यस्थता में की गई बैठक के समय उक्त स्थान पर अस्थाई चौकी बनाने के निर्णय पर यदि पुलिस प्रशासन द्वारा अमल कर लिया गया होता तो आज यह घटना घटित नहीं होती.
Reporter- Damodar Inaniya
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