Merta, Nagaur News: राजस्थान में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले प्रदेश स्तरीय 15 दिवसीय बलदेव राम पशु मेले के पांचवें दिन 7 प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दो दिवसीय प्रतियोगिताओं के प्रथम दिन आयोजित 7 प्रतियोगिताओं में से 3-3 प्रतियोगिताओं पर मेड़ता और मूण्डवा तहसील के पशु पालकों के पशुधन ने कब्जा कर अपना वर्चस्व कायम रखा.


यह भी पढ़ें- Good News: दूसरे राज्यों की अपेक्षा राजस्थान में सबसे ज्यादा बढ़ी मनरेगा मजदूरी दर


मेड़ता में आयोजित प्रदेश स्तरीय 15 दिवसीय बलदेव राम पशु मेला अब अपने पूरे यौवन पर है. प्रतिदिन लाखों रुपए के पशुधन की खरौद - फरोख्त के साथ साथ मेला आयोजन कमेटी द्वारा पशुधन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है. 


मेला अधिकारी डॉ. तुलसीराम चौधरी ने बताया कि दो दिवसीय पशुधन प्रतियोगिता के पहले दिन नागौरी नस्ल के बेलो - गायों और भैंसों कि बैल जोडी अदंत, बैल जोड़ी 2 से 4 दांत, बैल जोड़ी 6 से 8 दांत, सांड-बछड़ा, नागौरी नस्ल की गाय और मुर्रा नस्ल की भैंस-भैंसा की कुल सात प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. 


यह भी पढ़ें- 7th Pay Commission: 7वां वेतन आयोग महंगाई भत्ता, क्या है DR कैलकुलेशन, कैसे बढ़ेगी पेंशन और सैलरी


मेड़ता एवं मूंडवा तहसील के पशुपालकों का रहा दबदबा
इन प्रतियोगिताओं में मेड़ता एवं मूंडवा तहसील के पशुपालकों द्वारा पशुधन के साथ 3-3 प्रतियोगिताएं जीत कर अपना दबदबा बनाए रखा. प्रतियोगिता को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पशुओं को देखने के लिए उपस्थित रहे. प्रतियोगिता के दूसरे दिन सोमवार को ऊंट वंश की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी आपको बता दें कि इस वर्ष मेले में घोड़ों के व्यापार पर प्रतिबंध लगाया गया है.


भारतवर्ष में नागौरी नस्ल के बैल एवं गोवंश की सुंदरता और कद काठी अपनी एक अलग ही पहचान रखता है. मेड़ता का यह प्रदेश स्तरीय बलदेव राम पशु मेला राजस्थान सहित मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब राज्यों में अपनी एक अलग पहचान रखता है.