Nagaur: मेड़ता में मैस का बहिष्कार कर रही महिला प्रहरी की बिगड़ी तबीयत, शुगर लेवल हुआ कम
Merta City: नागौर में राज्य सरकार से वेतन विसंगतियां दूर करने की मांग को लेकर मैस का बहिष्कार कर ड्यूटी कर रहे जेल प्रहरियों की तबीयत बिगड़ने से मेड़ता चिकित्सालय की टीम ने मौके पर पहुंच जेल प्रहरियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया.
Merta City: नागौर जिले के मेड़ता उपकारागृह के जेल प्रहरियों द्वारा उप कारागृह के सामने अनिश्चितकालीन मैस बहिष्कार कर ड्यूटी करते हुए अपना कर्तव्य निभा रहे जेल प्रहरियों का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा है. बहिष्कार के दूसरे दिन महिला जेल प्रहरी सुमन का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उप कारापाल जयसिंह ने स्वास्थ्य टीम को बुलाकर सभी जल परियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया. महिला जेल प्रहरी सुमन का शुगर लेवल कम होने से उन्हें मेड़ता चिकित्सालय में भर्ती कराया गया.
जेल प्रहरियों का कहना है कि जेल के हेड कांस्टेबल से लेकर सभी जेल प्रहरियों ने अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के बैनर तले ड्यूटी पर रहते हुए मैस का अनिश्चितकालीन बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि वेतन विसंगतियों को लेकर जेल प्रहरी मुख्य प्राणी सहित स्टाफ ने जेल का नाश्ता और खाना बंद कर दिया है.
बहिष्कार कर रहे है. जेल प्रहरियों द्वारा गत 2 दिनों से भोजन त्याग कर भूखे पेट अपना कर्तव्य पालन करने के इस निर्णय से उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ने लगा है. महिला प्रहरी सुमन का स्वास्थ्य बिगड़ने से हरकत में आई चिकित्सा टीम ने भी मेस का बहिष्कार कर रहे जल परियों का स्वास्थ परीक्षण किया.
उप कारागृह के सामने भोजन त्याग कर अपना विरोध दर्ज करा रहे है. जेल प्रहरियों का कहना है कि आरएसी पुलिस का वर्ष 1998 से समान वेतन था, मगर बाद में कुछ नीतियों को बदलते हुए सरकार द्वारा जेल प्रहरियों का वेतन कम कर दिया गया. जबकि आरएसी और पुलिस जवानों का वेतन उनसे कहीं ज्यादा है. आरएसी व जेल प्रहरी दोनों का ही काम सुरक्षा प्रदान कराना है. आरएसी जवान बाहरी सुरक्षा एवं जेल प्रहरी आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा संभालते हैं.
Reporter- Damodar Inaniya
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