Merta, Nagaur News: जानकारी के अनुसार अजमेर ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. इंद्रजीत सिंह का लाडनूं के सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण का कार्यक्रम रहा. डॉ. सिंह के चिकित्सकों की कक्षाओं की व्यवस्थाएं देखी. इस दौरान अधिकतर चिकित्सक और कार्मिक निर्धारित ड्रेस में नहीं मिले और ना ही गले में आई कार्ड मिला. डॉ. सिंह ने निरीक्षण के दौरान कहा कि अस्पताल में ड्यूटी के दौरान हर कर्मचारी निर्धारित ड्रेस में ही आए. उन्होंने कहा कि ड्रेस में नहीं आने और आई कार्ड नही रहने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने निरीक्षण के दौरान चिकित्सा कर्मियों को कहा कि निर्धारित ड्रेस पहनने से कर्मचारियों में सेवा भाव का आत्मविश्वास भी पैदा होता है.


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एक रूम में मिले दो से तीन डॉक्टर
निरीक्षण के दौरान जब ज्वाइंट डायरेक्टर ने चिकित्सकों के कक्षों का निरीक्षण किया, एक ही कक्ष में दो-दो चिकित्सक मिले. ऐसे में चिकित्सकों के बैठने की कमी साफ नजर आ रही थी. उन्होंने निरीक्षण के दौरान चिकित्सकों का कहा कि पर्ची पर इलाज करने वाले चिकित्सक का नाम जरूर अंकित हो। ताकि मरीज को यह पता चल पाए की वो कौन से चिकित्सक से इलाज करवा रहा है.


पार्किंग की मिली शिकायत
निरीक्षण के दौरान पहुंचे राजू चोटिया ने कहा कि अस्पताल के बाहर सिटी स्कैन के लेकर कोई निर्धारित रेट नहीं है. ऐसे में चिकित्सकों के सिटी स्कैन लिखने के बाद बाहर मनमर्जी से पैसे वसूले जाते हैं. इस दौरान स्थानीय लोगों ने अस्पताल की पार्किंग व्यवस्था को लेकर भी शिकायत की. जिस पर ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ सिंह ने कहा कि इसको लेकर अस्पताल प्रशासन को विशेष दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.


मेल वार्ड में चल रहा इमरजेंसी
सरकारी अस्पताल में मेल वार्ड में ही इमरजेंसी उपचार किए जाते हैं. ऐसे में अन्य मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है वही इसका नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है. डॉ. सिंह ने इसको लेकर अधिकारियों से जानकारी ली. जिस पर चिकित्सा कर्मियों ने अस्पताल स्पेस की हमेशा बताई. ज्वाइंट डायरेक्टर ने इसको लेकर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमलेश कस्वा से जानकारी ली है. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी वार्ड और मेल वार्ड अलग अलग होना चाहिए.


ज्वाइंट डायरेक्टर ने कहा कि अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कुछ चिकित्सक बिना ड्रेस कोड में मिले हैं. ऐसे चिकित्सकों व कार्मिकों को आगे से समुचित ड्रेस कोड रहने के निर्देश दिए हैं. इसको लेकर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमलेश कस्वा को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जिला अस्पताल में उप जिला अस्पताल सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्र में भी आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिले.


 इसके लिए हम लगातार धीरे-धीरे व्यवस्थाओं पर ध्यान दे रहे हैं. इसके साथ ही समय-समय पर निरीक्षण भी कर रहे हैं. उन्होंने बंद पड़े सोनोग्राफी कक्ष को लेकर कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि जल्दी आपने सोनोलॉजिस्ट की नियुक्ति हो. आमजन को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो.


Reporter- Hanuman Tanwar


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