Nagaur News: राजस्थान में 12 नवंबर को दूसरी पारी में आयोजित हुई वनरक्षक लिखित परीक्षा रद्द होने के बाद नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान सरकार पर हमला बोला है. 


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नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में 12 नवंबर को आयोजित हुई वनरक्षक सीधी भर्ती परीक्षा का द्वितीय पारी में आयोजित हुआ पेपर निरस्त होना गहलोत सरकार की नाकामी का पुन: एक बड़ा उदाहरण है. 


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प्रत्येक भर्ती की विश्वसनीयता पर उठता सवाल यह इंगित कर रहा है कि राजस्थान सरकार किसी भी भर्ती परीक्षा को निष्पक्ष रूप से करवाने में नाकाम नजर आ रही है. सरकारी तंत्र में बैठे जिम्मेदारों की मिलीभगत के बिना पेपर आउट होना संभव नहीं है. प्रकरण का गहनता से अनुसंधान जरूरी है. सरकार द्वारा पूर्व में पकड़े गए नकल गिरोह पर प्रभावी कानूनी कार्यवाही नहीं होने तथा पेपर आउट करवाने के लिए अग्रणी भूमिका निभाने वाले आरोपियों को नही पकड़ने से लगातार पेपर आउट हो रहे है. सरकार रीट भर्ती परीक्षा पेपर सहित अन्य भर्तियों में आउट हुए पेपरों के मामले का सीबीआई से अनुसंधान करवाती तो शायद सिस्टम में बैठे लोगों पर शिकंजा कसा जा सकता था मगर राज्य सरकार ने अपने लोगों को बचाने के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं की चूंकि मुख्यमंत्री हमेशा संवेदनशीलता की बात करते हैं. ऐसे में उन्हें प्रदेश में आउट हुए सभी भर्तियों के पेपरों के प्रकरण की सीबीआई जांच की सिफारिश कर देनी चाहिए. 


नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा राजस्थान लोक सेवा आयोग भी भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया. विगत दस वर्षों में यहां अध्यक्ष रह चुके लोगों ने करोड़ों की संपति अर्जित की और अपने नजदीकी रिश्तेदारों की नियुक्तियां करवाई और आरपीएससी का एक अध्यक्ष भ्रष्टाचार के मामले में जेल भी जा चुका है. वहीं, राजस्थान लोक सेवा आयोग के कई सदस्यों पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे.


Reporter- Damodar Inaniyan