Degana, Nagaur news: नागौर जिले के डेगाना उपखंड के चरड़ास गांव के फौजी जोगेंद्र सिंह शेखावत का बीते दो दिन पहले अपने कैंसर पीड़ित मौसाजी से मिलने के लिए छुट्टी पर आया हुआ था. उसी दौरान कैंसर पीड़ित मासाजी से मिलकर वापस ड्यूटी पर लौटने के लिए छोटे भाई दुर्ग सिंह के साथ मोटरसाईकिल पर डेगाना जाते समय नेशनल हाइवे 458 पर मोटरसाईकिल के सामने अचानक गाय आने की वजह से फौजी जोगेंद्र सिंह सड़क पर गिर जाने से घायल हों गए. उसके बाद आसपास खड़े हुए लोगों ने दुर्घटना में घायल फौजी जोगेंद्र सिंह कों अस्पताल पहुंचाया गया. जहां से फौजी को जयपुर रैफर कर दिया.जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.


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फौजी जोगेंद्र सिंह शेखावत  के परिवार में एक अंधी मां,पिता और पत्नी सहित 6 साल का बेटा है.  सड़क दुर्घटना में जान गंवा चुके फौजी जोगेंद्र सिंह शेखावत की अंतिम यात्रा सांजु से अपने पैतृक गांव चरड़ास से निकाली गईं. इस दौरान ग्रामीण इलाकों में अंतिम यात्रा पर फूल बरसाते हुए आंखे नम हो गई. 


पार्थिव शरीर गांव में पहुंचने पर छाया सन्नाटा,दो दिन से नहीं जले चूल्हे


फौजी का पार्थिव शरीर जब अपने पैतृक गांव पहुंचा तो पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया. साथ ही पुरे चरड़ास गांव में किसी के घर चूल्हे नहीं जले. हर किसी के मुंह पर यही बात थी कि अंधी मां का अब क्या होगा.


 गार्ड ऑफ ऑनर देकर दी सलामी


फौजी जोगेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार से पूर्व सेना के अधिकारियों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी दी.


 



6 साल के बेटे ने दी पिता कों मुखाग्नि
सड़क दुर्घटना में शहीद हुए जोगेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार के लिए 6 वर्षीय बेटे विष्णु प्रताप सिंह ने मुखाग्नि दी.इससे पहले सेना के अधिकारियों ने बेटे कों तिरंगा दिया गया.


आर्मी के अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों ने दी सलामी


सड़क दुर्घटना में शहीद हुए जवान जोगेंद्र सिंह कों आर्मी अधिकारियों सहित संत नानकदास महाराज,सरपंच सुरेश ढाका, महेंद्र सिंह नाथावत,पूर्व कांग्रेस शहर अध्यक्ष सीता राम बिन्दा,राजू सिंह रोहिणा ने पार्थिव शरीर कों अंतिम विदाई दी.


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