Nagaur News : शनिवार को शहर के मंगलाना रोड़ स्थित गोपाल गोशाला से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया गया था, जो सीबीएम हॉस्पिटल से आगे अंजुमन मस्जिद की पेडिया तोड़ने के बाद आकर ठंडा पड़ गया.


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जबकि मस्जिद के सामने मात्र 100 मीटर दूर आस्था हॉस्पिटल के बाहर रखे सरस दूघ डेयरी के ढाबे को अभी तक नहीं हटाया गया, बल्कि बूथ को एक फीट अंदर हॉस्पिटल की दीवार से सटा कर रख दिया गया हैं.


अब उल्टा आस्था हॉस्पिटल की स्वीकृति आदि की जांच के आदेश दिए गए हैं. अधिकारियों से पूछने पर सभी अधिकारी मामले को एक दूसरे पर डाल कर पीछा छुड़ाने में लगे हैं. डेयरी बूथ को हटाने के बारे में पूछने पर उपखंड अधिकारी जेपी बेरवा ने बताया कि डेयरी नगर परिषद के अधिकार के अंतर्गत आता हैं.


जिस पर नगर परिषद ही कार्यवाही करेगा. तहसीलदार कृष्णा शर्मा से बात करने पर उन्होंने बताया कि डेयरी नगर परिषद द्वारा आवंटित की गई हैं. नगर परिषद द्वारा डेयरी को दूसरी जगह आवंटित होने पर उसे शिफ्ट किया जाएगा.


वहीं आयुक्त सीता वर्मा ने बताया कि डेयरी के लिए एक अलग कमेटी बनाई गई हैं. जिसमें प्रशासन, पुलिस के अधिकारी शामिल रहते हैं. किसी को भी आपत्ति होने पर नियमानुसार लिखित में देना होता हैं. जिसके बाद ही डेयरी को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाता हैं.


उन्होंने कहा कि अतिक्रमण को लेकर सभी की जांच की जाएगी। ऐसे में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाने वाले खुद ही अतिक्रमण नहीं हटा पा रहे हैं. लोगों ने बताया कि प्रशासन अतिक्रमण हटाने में भेदभाव कर रहा हैं. एक ओर मस्जिद की पेडिया तोड़ी गई जो सड़क किनारे लगाए गए मुख्य पोल और पेड़ो से काफी अंदर हैं.


उन्होंने बताया कि एक फीट पेडिया तोड़ी गई हैं, जबकि सामने ही सरस डेयरी का बूथ सड़क पर 8 से 10 फीट का अतिक्रमण किए हुए हैं. जिस हटाने में नियमों का हवाला दिया जा रहा हैं.


अब देखना यह होगा कि पुलिस, प्रशासन व नगर परिषद द्वारा डीडवाना कुचामन जिले के कलेक्टर के आदेशों की पालना सरकारी कार्यालय के आदेशों की और से आवंटित की गई डेयरी बूथ को हटाने में कितनी कारगर होगी.