नागौर : राजकीय उपजिला चिकित्सालय क्रमोन्नति के बाद सुविधाओं की कमी खल रही है. अस्पताल में गर्मी की दस्तक के साथ ही मौसमी बीमारियों के रोगियों की संख्या भी बढ़ने से रजिस्ट्रेशन और दवा वितरण काउंटर पर लंबी कतार लगी नजर आ रही, मौसमी बीमारियों के चलते उपजिला अस्पताल में डॉक्टर्स चेम्बर में रोगियों की भीड़ लगी रहती है. अस्पताल में कंप्यूटर पर्ची की सुविधा एक ही काउंटर पर होने से मरीजों को घंटों परेशानी का सामना करना पड़ा.


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भीड़ अधिक होने के कारण पर्ची काउंटर पर लोगों की लंबी-लंबी कतार लग गई. पर्ची बनवाने के लिए लोगों को घण्टो तक लाइन में लगा रहना पड़ा. गर्मी अधिक होने के कारण लोगों को काफी दिक्कत हुई. मरीजो ने अस्पताल में पर्ची ओर दवा के एक एक काउंटर ओर खुलवाने की मांग की.


राजकीय उप जिला चिकित्सालय में मौसम में बदलाव के साथ मरीजो की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, मौसम में बदलाव आने से वायरल के मरीजों की ओपीडी बढ़ रही है. अस्पताल के खुलने के साथ ही दवा ओर पर्ची काउंटर पर मरीजों की लम्बी लम्बी कतारे लग जाती है . वर्तमान में उपजिला चिकित्सालय में ओपीडी 700 पार पहुंच गई. जिसके चलते अस्पताल में डॉक्टर चेम्बर में रोगियों की भीड़ लगी रहती है, पिछली साल बजट में राज्य सरकार को उप जिला चिकित्सालय का दर्जा दिया था.


लेकिन सुविधाओं में विस्तार की कमी के चलते ओर क्रमोन्नति के बाद बढ़े मरीजो के चलते प्रतिदिन अस्पताल में भीड़ लगी रहती जिससे मरीजो को भारी दिक्कतों का सामना करते हुए घण्टो तक पर्ची काउंटर ओर दवा काउंटर पर इंतजार करना पड़ रहा है. राज्य सरकार द्वारा पर्चा, जांच, इलाज और दवा सहित सभी निशुल्क होने से मरीजो का सरकारी अस्पताल के प्रति रुझान बढ़ा है.


राजकीय उपजिला चिकित्सालय में क्रमोन्नति के बाद मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही जिसके चलते मरीजो को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है, उपजिला चिकित्सालय में मरीजो की संख्या बढ़ने के बाद भी पर्ची काउंटर पर एक ही ऑफरेटर द्वारा 700 से अधिक पर्चियां काटी जाती है. जिसके चलते मरीजों क घण्टो लाइन में खड़ा होकर इंतजार करना पड़ रहा है.