Nagaur: नागौर के रियाबड़ी उपखण्ड के ग्राम पादूकलां के गायत्री ढाणी में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय परिसर में तीन दिवसीय जेंडर इक्विटी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन. बाल कल्याण समिति न्यायपीठ अध्यक्ष मनोज सोनी ने बाल संरक्षण एवं बाल सुरक्षा से जुड़े विषयों पर प्रकाश डाला ओर प्रकाश डालते हुए बताया कि बाल संरक्षण एवं बाल हित के विषय को लेकर सभी को विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है. बाल देखरेख व्यवस्थाओं पर प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मनोज सोनी ने कोविड काल के बाद बच्चों के देखरेख को लेकर आए हालातों पर भी चर्चा की, और कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि अगर कही ऐसा बच्चा जिन्होंने अपने माता पिता को खोया या बिना माता पिता के है, जो देखरेख एवं ज़रूरतमंद की आवश्यकता वाला है, उसको लेकर जिला बाल संरक्षण इकाई या बाल कल्याण समिति या स्थानीय प्रशासन को सूचित अवश्य करें, जिससे उन बच्चों के शिक्षा एव पारिवारिक पुनर्वास की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके.


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शिक्षा विकास एवं शिक्षा पुनर्वास आवश्यक इस दौरान बाल विकास व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने बताया की किशोर न्याय अधिनियम में एवं बालकों के देखरेख एवं संरक्षण को लेकर सक्षम स्तर पर जवाबदेहीता तय की गई है. इसके लिए आवश्यक है ज़रूरतमंद बालकों के सूचनाओं की, उन्होंने इस अवसर पर बच्चों से जुड़े अन्य विषयों पर भी प्रकाश डाला. इस दौरान प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन नागौर जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी, अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी असलम अली खान, भैरूंदा कार्यवाहक ब्लॉक शिक्षाअधिकारी राजेंद्र चौधरी, आरपी गोपाल सिंह, भगवती लाल टेलर, दक्ष रियाबंडी अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा, दक्ष प्रशिक्षक रुघाराम राड़, मनीष मिश्रा, रामाकृष्ण कालवा, महिपाल चौधरी, हेमाराम बेडा आदि ने शिवर को सम्बोधित किया. 


Reporter - Damodar Inaniya


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