नागौर: जिले के खींवसर के कुड़छी गांव में तिहरे हत्याकांड में पुलिस ने चार आरोपियों को धर दबोचा. हालांकि, एक आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है.इस मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. इन्हीं आरोपियों ने 15 दिन पहले क्षेत्र में एक शख्स पर जानलेवा हमला किया था, लेकिन पुलिस की कार्रवाई नहीं होने से इनके हौसले बुलंद थे और 21 सितंबर को देर शाम मामूली विवाद के चलते आरोपियों ने तीन लोगों की बेदम पिटाई कर जान ले ली. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मृतक मनीराम की पत्नी बीरमादेवी ने बताया कि 21 सितंबर की शाम करीब 6 बजे अपने परिवार के साथ खेत में काम कर रहे थे. इस दौरान कुड़छी की तरफ से भल्लाराम, मेघाराम,पप्पाराम, महेन्द्र , संतोष, पूजा, सुभाष सहित अन्य लोग आए. और अचानक इन लोगों ने खेत में काम कर रहे परिवार के लोगों पर गाड़ी चढ़ा कर कुचल दिया और गाड़ी को बार-बार आगे पीछे कर बुरी तरह घायल कर दिया.


आरोपियों पर गाड़ी से कुचलने का आरोप


साथ में आए भल्लाराम के पास बंदूक पप्पाराम के पास धारदार हथियार महेंद्र के हाथ में लाठी थी. मेधाराम ने कहा कि हमने इनको गाड़ी से कुचल दिया है अब आप इनको और मारो.मन्नीराम ने बताया कि 1 साल पहले भी इन लोगों ने हमे मारने की कोशिश की थी, जिस पर हमने भाग कर अपनी जान बचाई और 2 दिन पूर्व इन्होंने धमकी दी थी कि हम तुम लोगों को मार डालेंगे. वहीं इस वारदात में गम्भीर घायल गेकु देवी का इजाज जोधपुर में चल रहा है.


यह भी पढ़ें: जयपुर में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार, 25 दिन में 1 करोड़ से ज्यादा पर लगा दाव


पुलिस पर समय रहते कार्रवाई नहीं करने का आरोप


कुड़छी गांव के साजनराम ने 6 सितंबर को उन पर जानलेवा हमला हुआ था. कहा कि रात साढ़े दस बजे कुड़छी छतरी नाडी के पास मेघाराम, पप्पूराम, नैनाराम, सुखराम, भूराराम, श्यामलाल सहित अन्य सरियों से हमला कर दिया, जिससे साजनराम घायल हो गए. बताया कि पुरानी रंजिश के चलते हमला किया गया. 7 सितंबर को साजनराम के बेटे ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. साजनराम बताते है कि उनकी पत्नी के साथ आरोपियों ने छेड़छाड़ भी की थी, बस उसी बात का विरोध करने पर हमला किया गया था. आरोपी पकड़े जाते तो 21 सितंबर बुधवार को ये वारदात नहीं होती और तीन जनों की इस प्रकार मौत नहीं होती.


एक आरोपी अब भी फरार


तीन लोगों की हत्या करने वाले आरोपियों के खिलाफ परिजनों और ग्रामीणों ने थाने के बाहर धरना भी दिया. ग्रामीणों ने  कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक शव नहीं उठाए जाएंगे. वहीं, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी नागौर पुलिस और राजस्थान सरकार पर निशाना साधा और पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर से फोन पर बात कर गिरफ्तारी की मांग की थी. वहीं मामले को देखते हुए नागौर पुलिस अधीक्षक ने अलग अलग टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश की और चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. एक आरोपी अब भी फरार है. गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता धनंजय सिंह खींवसर ग्रामीण व पुलिस के बीच हुई वार्ता में सहमति बनी और धरना समाप्त करवाया गया.


विधानसभा में उठा ट्रिपल मर्डर का मुद्दा


वहीं, इस ट्रिपल मर्डर को लेकर मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी ने विधानसभा में भी मुद्दा उठाया. इधर, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल ने भी विधानसभा में खींवसर में हुए ट्रिपल मर्डर को लेकर पुलिस की चूक बताया और कहा समय रहते 15 दिन पहले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाता तो आज यह तीन जनों की जान नहीं जाती. नागौर में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है आये दिन अपराध बढ़ रहे हैं.  नागौर पुलिस अधीक्षक ने अलग अलग टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश की और चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वहीं, गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता धनंजय सिंह खींवसर ग्रामीण व पुलिस के बीच हुई वार्ता में सहमति बनी और धरना समाप्त करवाया गया.