Nagaur Crime: परबतसर दिलढाणी गांव में पिता ने 3 अप्रैल की रात्रि को सोते समय अपनी पत्नी सहित 2 विवाहित पुत्रियों व दोहिते पर कुल्हाड़ी से हमला किया. जिसमें दोनों विवाहित पुत्रियों की मौके पर मौत हो गई व पत्नी व दोहित गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस घटना की जानकारी आरोपी मनाराम के पुत्र को सुबह जब वो दूध बेचने जाने के लिए उठा और देखा की सामने के कमरे का दरवाजा अभी तक बंद है. जिसमें उसकी मां व बहनें सो रही थी, दरवाजा बाहर से बंद था जब उसने खोला तो देखा की अंदर खून पड़ा हुआ है. मां व भांजा घायल है तो उसने गांव के सरपंच को इसकी जानकारी दी.


दिलढाणी गांव में पिता ने  2 विवाहित बेटियों की ली जान


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सरपंच ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची थीं और घायलों को उपचार के लिए अजमेर रेफर किया व दोनों शवों को परबतसर उपजिला अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया. आरोपी मन्नाराम को पुलिस ने गांगवा गांव के घाट वाले बालाजी के नजदीक झाड़ियों में छुपा बैठा था वहा से हत्याकांड के दिन ही कुछ घंटों बाद हिरासत में ले लिया और उससे इस मामले में पूछताछ शुरू कर दी. पुलिस व ग्रामीणों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आरोपी मनाराम मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं कुछ वर्षों पहले इसके सर पर पत्थर की लगने से इसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है.


पत्नी की हालत नाजुक 


 इस हत्याकांड में मनाराम को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश करके 1 दिन के रिमांड पर भी लिया लेकिन हत्या के कारणों का कुछ पता नहीं लग पाया. इस हत्याकांड में घायल आरोपी की पत्नी की हालत नाजुक बताई जा रही है जिसका पहले अजमेर में उपचार चल रहा था बाद में उसको जयपुर रैफर कर दिया है व दोहिते को उपचार के बाद छुट्टी मिल गई है.


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आपको बता दे पूरे हत्याकांड में जिनकी हत्या की वो दोनों आरोपी की विवाहित पुत्रियां थीं तथा 1 पुत्री का उसी दिन गोना होना था. बड़ी बहन का नाम मीरा व छोटी बहन का नाम रेखा बताया जा रहा है. इस हत्याकांड में नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने भी दिलढाणी घटना स्थल का जायजा लिया था और स्थानीय पुलिस को मामले कि तह तक जाकर जांच करने के आदेश दिए.