नागौर: कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है और सब मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव लडेंगे और हमारा लक्ष्य विधानसभा में रिपीट होना और उसके बाद 2024 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मजबूती दिलाना है ये बात नागौर पहुंचे सचिन पायलट ने कही. पायलट ने आचार्य प्रमोद कृष्णम के उस ट्वीट पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्ण सचिन पायलट का बड़ा समर्थक माने जाते हैं. 


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सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता सचिन पायलट आज दिनभर नागौर जिले के दौरे पर रहे जहां पहले परबतसर में उन्होंने किसान सम्मेलन को संबोधित किया. नागौर के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया. प्रेस वार्ता में पायलट ने पेपरलीक से लेकर कांग्रेस में गुटबाजी और आगामी चुनाव में युवाओं को मौका देने के बारे में अपने विचार रखे. इस मौके पर सचिन पायलट से हमने आचार्य प्रमोद कृष्ण के ट्वीट पर सवाल पूछा तो पायलट इस सवाल को टालते नजर आए. दरअसल, आचार्य प्रमोद कृष्णम  को सचिन पायलट का सबसे बड़ा समर्थक माना जाता है और प्रियंका गांधी के भी करीबी माने जाते हैं.


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प्रमोद कृषणम ने किया था ट्वीट


दरअसल, प्रमोद कृष्ण ने हाल ही में एक ट्वीट किया था ''सपा के बाद अब “बसपा” ने भी समझौता करने से साफ मना कर दिया, लगता है हमारी पार्टी के सीनियर “मैनेजर” अब “बूढ़े” होने के साथ-साथ “अप्रासंगिक” भी हो गए हैं.  इस पर जब हमने पायलट की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की तो पायलट इस सवाल को टालते नजर आए.


उदयपुर अधिवेशन में 50 फीसदी युवाओं को टिकट देने का पास हुआ था प्रस्ताव


सचिन पायलट ने इससे पहले यहां कहा कि उदयपुर में पार्टी ने घोषणा की थी की आगामी चुनावों में 50 प्रतिशत टिकटें युवाओं को दी जाएंगी. हालांकि, टिकट वितरण किस प्रकार से होगा और कैसे होगा यह अभी तय नहीं है, लेकिन हमारी कोशिश रहेगी कि सोनिया जी और खड़गे जी ने जो बात अधिवेशन में कही उसको लागू किया जाए और ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इस बार मौका देने की कोशिश हमारी तरफ से रहेगी.


पेपरलीक मामले में सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही- पायलट
पेपर लीक मामले पर पायलट ने कहा कि इस मामले में सरकार गंभीर है और जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है. पेपर लीक को लेकर नियम भी बनाए हुए हैं केवल उनको इंप्लीमेंट करने की आवश्यकता है जिसके लिए सरकार काम कर रही है. बहरहाल यह कहा जा सकता है कि सचिन पायलट अब किसी भी विवाद में नहीं पड़ना चाह रहे हैं. इसीलिए गुटबाजी और आचार्य प्रमोद कृष्ण के सवालों पर उसी तरह से रिएक्ट किया जिस तरह एक मझा हुआ राजनेता करता है.