देवदूत बनकर आई महिला ने बचाई तीन लोगों की जान, चौथे को न बचा पाने का मलाल!
नागौर के कुचामन के हीरानी गांव में ट्रांसफार्मर से भिड़ी कार में करंट दौड़ रहा था, लेकिन इस बहादुर महिला ने अपनी जान की परवाह किये बगैर तीन युवकों को बचा लिया, लेकिन उसे मलाल है कि चौथा युवक चीखता रहा पर वो उसे नहीं बचा सकी.
Nawan: नागौर जिले के कुचामन के हीरानी गांव में दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. हादसे में एक अनियंत्रित कार जिसमें चार लोग बैठे थे. जो सहपाठी बताए जा रहे हैं. उनकी कार सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मर से जा भिड़ी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रांसफार्मर पोल सहित गाड़ी के ऊपर गिर गया. ट्रांसफार्मर से भिड़ते ही कार में करंट दौड़ गया. ट्रांसफार्मर का आयल लीक होकर कार पर गिर गया. जिससे आग ने तेजी पकड़ ली.
हादसा होते ही कार सवार युवक दरवाजे खोलकर बाहर निकलने का प्रयास करने लगे, लेकिन दरवाजे लॉक हो चुके थे. ऐसे में देवदूत बनकर आई एक महिला ने कार में करंट दौड़ने के बावजूद अपनी जान की परवाह किये बगैर लाठी (लकड़ी) से कार के शीशे तोड़कर जैसे-तैसे तीन युवकों को बाहर निकाल लिया. लेकिन तीसरे युवक का पैर गाड़ी में फंस गया. उसको बचाने के लिए वो कुछ कर पाती उससे पहले ही कार धधक गई.
मृतक सुरेश गाड़ी से बचाने की गुहार करता रहा, लेकिन करंट और आग के आगे किसी का जोर नहीं चला. आग जब बुझी तब तक सब ख़त्म हो चुका था. लेकिन संतोष देवी को मलाल है कि उसकी आंखों के सामने एक युवक जिंदा जल गया. हालांकि उसकी वजह से टीम युवाओं को जीवनदान मिल गया.
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जिसकी खुशी जिंदा जला युवक की मौत के आगे कुछ नहीं है. हादसे में जिंदा बचे तीनों युवक मामूली रुप से घायल हैं, लेकिन अपने एक दोस्त की मौत और खुद के मौत के मुंह से निकलकर आने के बाद सदमे में हैं. इन तीनों युवकों के लिए संतोष देवी किसी देवदूत से कम नहीं है, क्योंकि अगर संतोष देवी समय पर सूझ-बूझ नहीं दिखाती तो इन तीनों का भी इस हादसे में बचना मुश्किल था. मृतक सुरेश के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है. वहीं कुचामन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे की जांच शुरु कर दी है.
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Reporter- Hanuman Tanwar